नवादा : जिले में जहां अपराधियों के आतंक के खौफ से लोग डर-डर कर जीने पर मजबूर हो रहे हैं, वहीं अब अपराधियों के बाद भू माफियाओं का आतंक बढ़ता जा रहा है। भू माफियाओं के द्वारा किये गए कई ऐसे काले कारनामे सामने आए हैं जिसने प्रशासन की बोलती बंद कर दी है। इस बार भू माफिया के द्वारा एक ऐसा खेल खेला गया है जिसे सुनकर जिले की जनता आश्चर्यचकित है। आपको बताते चलें कि भूमाफिया के द्वारा अपने ही गांव के बगल में व गांव में सरकारी जमीन लगभग 10 एकड़ अधिकारियों व राजस्व कर्मचारी की मिलीभगत से अपने नाम करवा डाला है।
जिले के सिरदला थाना क्षेत्र के अमझरी में एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। भूमाफिया और सरकारी बाबुओं की मिलीभगत से सरकारी जमीन के साथ साथ कर्बला, श्मशान घाट,के अलावे सरकार की जमीन, जहां कई गांव के लोग छठ पूजन करते आ रहे हैं की जमीन को अपने नाम करवा लिया गया है।
खेल मैदान के लिए भी चयनित हो चुकी थी जमीन:- जब खेल मैदान बनाने लगा तो काम को रुकवा डाला। उल्लेखनीय है कि अमझरी गांव की ज्यादातर भूमि सरकारी है। इस बात की जानकारी गांव वासियों को तब मिली जब भूमाफिया सुरेन्द्र यादव,उर्फ बराहिल अपने फौज के साथ जमीन पर से मिट्टी कटाई व जेसीबी मशीन से जमीन को समतल करने लगा । तब गांव वालों को जानकारी लगी। काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचने लगे और विरोध जताने लगे।
सुरेन्द्र यादव उर्फ बारहील (पूर्व मुखिया पति) पास पहुंचा और कहा कि इस जमीन को जो भी ग्रामीण पहले से खेती करते आ रहे हैं खाली कर दो। यह जमीन अब हमारा है। पूर्व मुखिया पति के द्वारा इस तरह की बात कहे जाने के बाद लोगों ने इसका विरोध करना शुरु कर दिया और अपने गांव को बचाने के लिए प्रशासन के आला अधिकारियों के पास जाकर मदद की गुहार लगाने लगे। बताते चलें कि इसके एक दिन पूर्व भी मुखिया पति के द्वारा मुस्लिम समाज की कब्रगाह भूमि पर इसी तरह की घटना घट चुकी है, गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है।
भईया जी की रिपोर्ट