नवादा : कहते हैं लाख छिपाओ लेकिन एक न दिन सच सामने आ ही जाता है। आखिरकार घटना के 17 दिन बाद पांच वर्षीया काव्या का शव गांव के ही आहर से बरामद कर लिया गया। जिसे पुलिस व पुलिस का कुत्ता खोज नहीं सका उसे कुदरत ने खोज निकाला। रहस्यमय ढंग से लापता सान्वी उर्फ काव्या की खोज में एसपी अभिनव धीमान के निर्देश पर रजौली एसडीपीओ गुलशन कुमार के नेतृत्व में एसआइटी गठित किया गया था। काव्या की खोज में फॉरेंसिक टीम व दो-दो बार गया से डॉग स्क्वाड टीम को भी बुलायी , लेकिन पुलिस किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पायी थी।
जानकारी के अनुसार, पुलिस की एक टीम कोलकाता पहुंची थीं, लेकिन किसी प्रकार की सफलता हाथ नहीं लगी थी। अंततः एसपी अभिनव धीमान के निर्देश पर सान्वी कुमारी उर्फ काव्या की बारे में किसी प्रकार की सूचना देने वाले को पुलिस की ओर से 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर पुलिस ने नरहट थाने का मोबाइल नंबर 9431822277 जारी कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली थी। बताते चलें कि जिले के पकरीबरावां थाना क्षेत्र निवासी शिवशंकर सिंह की पांच वर्षीय बेटी सान्वी कुमारी उर्फ काव्या, जो अपनी मां के साथ अपने ननिहाल नरहट थाना क्षेत्र के छोटी पाली आयी थी , साल के पहले दिन यानी एक जनवरी 2025 को खेलते-खेलते दोपहर बाद करीब तीन बजे रहस्यमय ढंग से लापता हो गयी थी।
परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कोई अता-पता नहीं चल पाया। अंततः नरहट पुलिस को सूचना दी। पुलिस को जानकारी मिलते ही अपने स्तर से जांच बाद वरीय पुलिस को संज्ञान में दिया गया। एसडीपीओ रजौली से लेकर एसपी अभिनव धीमान व मगध रेंज की आइजी छत्रनील सिंह भी घटनास्थल का जायजा लेकर जांच में तेजी का आदेश दिया था। पुलिस की जांच पिछले 16 दिनों बाद भी बेनतीजा रहा था।
पुलिस के विभिन्न सूचना तंत्र के बाद भी किसी नतीजे तक नहीं पहुंचना पुलिस के लिये किसी चुनौती से कम नहीं थी। अब जब काव्या का शव बरामद हुआ है पुलिस के सामने उसके हत्यारे को खोज निकालने की चुनौती है। ग्रामीणों का मानना है कि काव्या की हत्या उसी दिन कर दी गयी थी। जिस स्थान से शव बरामद हुआ वहां पहुंच पाना काव्या के लिए संभव नहीं है। बीच आहर कभी काव्या के लिए पहुंच पाना संभव नहीं है। बहरहाल पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा है।
भईया जी की रिपोर्ट