नवादा : व्यवहार न्यायालय के कर्मचारीयों के अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल पर जाने से न्यायालय का काम ठप हो गया है। बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के आह्वान पर सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। जानकारी देते हुए जिला ईकाइ के सचिव सत्यानंद झा ने बताया कि वेतन विसंगती को दूर करने, तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का पदोन्नति करने, अनुकम्पा पर बहाली तथा विशेष न्यायिक कैडर की मांग सहित अन्य मांगों को ले हड़ताल आरंभ कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि सरकार के सभी विभागों के कर्मी को प्रोन्नति दी गई, लेकिन व्यवहार न्यायालय के कर्मी को इस लाभ से वंचित रखा गया। प्रोन्नति में पारदर्शिता लाने पर जोर दिया गया। इसके पूर्व व्यवहार न्यायालय के कर्मी एकजुट होकर हड़ताल पर जाने की सहमति जताई थी तथा एकजुट होकर प्रदर्शन भी किया था। उल्लेखनीय है कि व्यवहार न्यायालय के कर्मी के हड़ताल पर जाने से अदालती कार्य चरमरा गयी है। न्यायिक पदाधिकारी व अधिवक्ता तो अदालत पहुंचे, किन्तु निर्धारित अभिलेख ही न्यायिक पदाधिकारी के समक्ष नहीं आ पाया। ऐसे में न्यायालय पहुंचे लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
मौके पर सुभाष चंद्र शर्मा, अमित कुमार, विद्याव्रत, सुबोध कुमार, चंदन कुमार शर्मा, खुशबू कुमारी, कुमारी मधुमिता, उमेश ठाकुर, जगजीत कुमार, चंद्रकांत कुमार, पवन कुमार, धर्मवीर प्रसाद, राजेश कुमार, प्रवीध कुमार, सईद जैकी हैदर तथा रवि शंकर सहित काफी संख्या में कर्मी मौजूद थे।
भईया जी की रिपोर्ट