-प्रकृति की सुरम्य वादियों में वनभोज का आनंद लेने के लिए पहुंचते हैं लोग
नवादा : अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार नये साल 2025 के आगमन में अब कुछ घंटे शेष हैं। नये साल का स्वागत करने के लिए हर कोई उत्साहित है। युवाओं में जबरदस्त उत्सुकता है। सभी ने अपने-अपने अंदाज में तैयारी कर रखी है। घरों में छोटे बच्चों से लेकर महिलाएं, युवतियां सभी नये साल में एक-दूसरे को हैप्पी न्यू इयर करने के लिए उताबले हैं। युवाओं ने अपनी पसंद की पिकनिक स्पॉट के अलावा घूमने-फिरने वाले स्थलों की तलाश कर ली है। नये साल में लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों के साथ प्रमुख पर्यटक स्थलों, मंदिरों में पहुंचकर आनंद लेते हैं।
धार्मिक स्थलों पर रहेगी भीड़
शहर के ऐतिहासिक संकट मोचन मंदिर, शोभनाथ मंदिर व गोवर्धन मंदिर में पहुंचकर भगवान से आशीर्वाद लेकर हर कोई अपने नये साल की अच्छी शुरुआत करना चाहते हैं। नये साल में इन सभी मंदिरों के दरबार में भक्तों से गुलजार रहेगा। अहले सुबह से ही लोग नये साल में सुख-समृद्धि के साथ तरक्की की कामना के लिए भगवान का दर्शन करने पहुंचते हैं।
इतिहास व संस्कृति को समेटे है नारद: संग्रहालय
संग्रहालय हरेक साल के पहले दिन सैकड़ों सैलानियों को अपनी ओर खींच लाता है। युवा यहां पहुंचकर हरियाली के साथ-साथ ही यहां की ऐतिहासिक प्रतिमाओं को देखते हैं। उनके संबंध में जानकारी लेते हैं। यहां की गैलरी में रही अनेकों ऐतिहासिक प्राचीन देवी-देवताओं की प्रतिमाओं के अलावा कलाकृतियों व जंगली जीवों को निहारते हैं।
जैन धर्म को मिलता है बढ़ावा
श्री गुणांवा जी दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र मंदिर। यहां मुख्य रूप से भगवान कुंथनाथ और गौतम गणधर स्वामी की प्रतिमा है। यहीं पर मान स्तंभ भी है। श्रद्धालु नववर्ष पर इस मंदिर प्रांगण में पहुंचकर यहां से जुड़े महत्वों को जानते हैं। यहां पेड़-पौधों के बीच घुमकर आनंद लेते हैं। सुबह से शाम तक यहां भीड़ रहती है।
प्राकृतिक छटा भी करेगी आकर्षित
कृषि फॉर्म यहां गाना-बजाना और खाना-खिलाना जम कर चलता है और साथ ही चलती है अपनी मर्जी। सिर्फ अनुशासन में रहने की बाध्यता है और फिर आपके आनंद में कहीं कोई बाधा नहीं है। नवादा का सबसे पसंदीदा और सर्वाधिक लोगों के जुटने वाला पिकनिक स्पॉट शोभ कृषि फॉर्म प्राकृतिक बिल्कुल तैयार है।
यहां जो एक बार आ जाता है फिर उसकी यादों में कृषि फॉर्म का नजारा स्मृतियों में कैद हो कर रह जाता है। लोग यहां बार-बार आना चाहते हैं। प्रकृति की सुरम्य वादियों में वनभोज का असली आनंद लेने शहर के साथ ही आसपास के लोग यहां पहुंचते हैं। सुबह उगते और शाम को डूबते सूर्य का छिटकता प्रकाश जब यहां के तालाब और उसके बीच खिले कमल के फूल से अठखेलियां करता है, तो हजारों कैमरे एक साथ फ्लैश करने को बेताब हो जाते हैं।
पेड़ों की छांव में ईंट के चूल्हों पर बनाये गये भोजन के आनंद के साथ ही डीजे पर बजती धूनों पर थिरकने का सुख हर कोई उठाना चाहता है। बहुत लोग शोभनाथ मंदिर परिसर में बने तालाब के किनारे मैदान अपने परिवार संग पिकनिक मनाते है, जो यहां सिर्फ घूमने आते हैं वे भी पिकनिक मनाने वालों की मस्ती देखकर मस्त हुए बिना नहीं रह पाते। यहां लगने वाला मेले और मेले के झूले तथा खेल-खिलौने आने वाले लोगों की मस्ती को और भी बढ़ा देता है। अधिकारी ने कहा कि शहर के पिकनिक स्पॉट पर किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए सभी स्पॉट पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बल तैनात किये जायेंगे।
भईया जी की रिपोर्ट