नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के अमझरी गांव के डॉक्टर मंडल जी अपने मूल नाम से ज्यादा मगहिया मंडल के नाम से मशहूर हैं। अपने देसी अंदाज और कॉमेडी की बदौलत आज सोशल मीडिया पर उनके लाखों व्यूअर हैं। मगहिया मंडल वर्तमान में अपने गांव में रह कर बचे हुए समय में क्षेत्र के कुछ पढ़ाई,लिखाई कर रहे लड़कों के साथ कॉमेडी वीडियो बना रहें हैं। बताते हैं वो सोशल मीडिया पर कॉमेडी वीडियो बनाने वाले बॉलीवुड के राजपाल यादव और गोविंद को अपना आदर्श मानते हैं। अब डॉक्टर मंडल सोशल मीडिया के यू ट्यूब पर चैंपियन छोरा champion chhora और फेसबुक पर चैंपियन छोरा सहित इंस्टाग्राम का लाडला मगहिया मंडल के नाम से काफ़ी पॉपुलर हैं।
डॉक्टर मंडल बताते हैं उन्हें शुरू से ही इस तरह के हंसी-मजाक की आदत थी। शुरुआत पड़ोसी राज्य झारखंड के एक चैनल से की। वहां नाम तो मिला लेकिन दाम नहीं। इस बीच झारखंड में कई चैनलों में काम कर चुके मंडल ने सोचा की क्यों नही गांव में ही रह कर अपने क्षेत्र के भाषा में वीडियो बनाया जाए ( वर्ष 2016 से ही यूट्यूब पर वीडियो बना रहे , कोरोना काल के बाद वर्ष 2007 से ग्रामीण डॉक्टर का काम कर अपना जीवन यापन कर रहें हैं) पहले तो एक वीडियो बनाया ,लोगों के साथ साथ पूरी टीम को अच्छा लगा। वीडियो देखा जो बेहद अच्छा लगा तथा काफी सराहना हुआ। काफी अच्छे-अच्छे कॉमेंट मिले , फिर यहीं से सोच पैदा हुई कि वे और बेहतर कर सकतें हैं।
.सफर इतना आसान नहीं था। हालांकि आते ही लोगों का इतना स्नेह मिला कि अब व्यूअर लाखों में पहुंच गए और आमदनी भी अच्छी हो रही है। मंडल की टीम में ऑन कैमरा मैन सहित सात से आठ लोग हैं जो अपने जिले व पंचायत क्षेत्र चौबे के विभिन्न गांव से हैं। डॉक्टर मंडल उर्फ मगहिया मंडल के साथ महिला रेणु रंजना, नेहा कुमारी व सुबोध कुमार ,रोहित कुमार, सन्नी कुमार,रूपेश कुमार, कैमरा मैन सह एडिटर सन्नी कुमार, स्क्रिप्ट,सुबोध कुमार लिखतें हैं और साथ ही ग्रुप में कॉमेडी भी करते नजर आते हैं।
आगे डॉक्टर मंडल बताते हैं, प्रसिद्धि के लिए नाम भी फनी होना चाहिए था तब मैंने मगहिया मंडल नाम रख लिया हैं। एक दिन शूटिंग में किसी को किसान का रोल अदा करना था लेकिन यह रोल उसे ही मिलना था जिसके पास हर बैल हो। मेरे पिता जी किसान थे सो उनका हर बैल ले कर मैंने शूटिंग की। इसके बाद इस रोल ने मुझे प्रसिद्धि दिला दी। बस उसके बाद मैं इस रोल में रच बस गया। नवादा के इस लड़के ने देसी (मगहिया) अंदाज और बोली से देश विदेश में अपनी एक अलग पहचान बना ली है। अब यह मगहिया मंडल गोली से नहीं बल्कि अपनी देसी बोली से पहचान बना रहा है और ठेठ देसी अंदाज में बिहार सहित झारखंड एवं देश-दुनिया में अपने जिले का नाम आगे बढ़ाने में लगा है।