अरवल – जन सुराज पार्टी के प्रदेश कोर कमेटी सदस्य सह पूर्व अध्यक्ष जिला परिषद् अरवल रंजय कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बीपीएससी परीक्षा बिहार सरकार के चट्टे बट्टे प्रशासन के लोग बिहार सरकार मंत्रियों एवं सरकार के चहेते पदाधिकारी अपने रिश्तेदार को भरने को लेकर गोपनीय ढंग से चोरी करवाने की नीयत से साजिश किया है जिसकी नाकामियां नहीं छुपी इसकी उजागर होते ही बिहार के मेधावी छात्रों ने लोकतांत्रिक तरीके से गर्दनीबाग में आंदोलन कर रहे थे जो बिहार के तानाशाही हिटलर शाही पुलिसिया दमन करते हुए छात्रों पर हमला किया गया।
इस प्रकार की घटना को देखते हुए जन सुराज के सुप्रीमो प्रशांत किशोर ने छात्रों की समस्या को निदान के लिए लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण रूप से धरना प्रदर्शन करने के लिए पटना के प्रशासन को लिखित रूप में विद्यार्थियों के माध्यम से आवेदन दिलवाया गया था लेकिन पटना के जिला प्रशासन ने सरकार के बहकावे में आकर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने के लिए जानबूझकर अनुमति नहीं दिया गया वहीं दूसरे जगह देखा जाए तो गांधी मैदान में मेला के नाम पर अनुमति दिया गया है लेकिन छात्र की समस्या को रखने के लिए भारतीय संविधान में बोलने और मीटिंग करने के अधिकारों को जानबूझकर बाधित किया गया पटना का जिला प्रशासन इस संदर्भ में सरकार के द्वारा अनुमति नहीं देना उनके द्वारा ही जानबूझकर उपद्रव करवाने का उकसाने का काम किया। और बिहार की जनता को कभी शिक्षकों को कभी छात्रों को कभी आशाओं के साथ-साथ बुद्धिजीवों को पुलिस के लाठी के बल पर नीतीश कुमार की सरकार ने हमेशा बोलने की अधिकार से वंचित करने का काम किया है।
इसी क्रम में छात्र-छात्राओं ने लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे थे छात्र-छात्राओं के द्वारा आंदोलन के क्रम में किसी प्रकार का सरकारी संपत्तियों की क्षति नहीं पहुंचाया गया और नहीं किसी पदाधिकारी के साथ दुर्व्यवहार किया गया लेकिन सरकार के बहकावे में आकर पटना का एसपी जानबूझकर आवाज को दबाने को लेकर लाठी चार्ज करवाया और कई छात्र-छात्राओं के साथ मारपीट और घातक हथियारों का प्रयोग किया है।
उस एसपी का इतिहास रहा है कि वह बड़े बिजनेसमैन के परिवार से बिलॉन्ग करती है, उसकी भी सारी चीजों पर नजर रखी जाएगी जन सुराज पार्टी की ओर से लोकतांत्रिक तरीका और कानूनी प्रक्रिया के तहत लड़ाई लड़ने के लिए आगे रणनीति बनाई गई है। बिहार सरकार में क्षेत्रवाद और जातिवाद से भरा हुआ नौकरियों में हमेशा पेपर लिख की बहाना के नाम पर अपने परिवारों को भरा जाता है। बिहार सरकार तानाशाही हिटलर शाही और बिहार की जनता को शोषण करने का हमेशा काम किया है।
इन्होंने 5 वर्ष पूर्व में भी लाल बत्ती के गाड़ियों से हत्या करवाया गया था बीएससी अभ्यर्थियों के मामूली सी मांग है री एग्जाम के लिए सरकार के लोगों ने अपना काम साध लिया है सरकार के द्वारा इसमें बड़ी अनियमितता और घोटाला का प्रतीत होता है। जन सुराज पार्टी की ओर से बिहार सरकार को 48 घंटा का समय दिया गया है यदि इस प्रकार की समस्या का समाधान नहीं निकाला जाता है तो नए साल में भी उनका धरना प्रदर्शन लोकतांत्रिक तरीके से लड़ाई लड़ने के लिए अभ्यार्थियों एवं जन सुराज पार्टी के लोग तैयार हैं।
बीएससी अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज करवाने का एक साजिश षड्यंत्र भी रचा गया था जो दूसरे दल के लोग शरारती तत्व बनकर आए थे और अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज करवाने और प्रशासन को मदद करने के रूप में थे कैमरे में बैठकर मीडिया में अपना वाहवाही ही लूटना चाहता है और अस्पताल में जाकर फोटो खिंचवाता है और आंदोलन के अपने ओर लेना चाहता है इस परिस्थिति में वैसे नेताओं को राजनीति नहीं करनी चाहिए छात्र की समस्या पर समाधान की विषय पर सोचना चाहिए कुछ दल के ऐसे भी नेता है जो बीजेपी के गोद में बैठकर भारतीय संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को अपमान करवा रहे है जिसे बिहार की जनता भली-भांति पहचान चुकी है।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट