नवादा : अब अपराधी के कारनामों पर नहीं पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। ताजा मामला नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली की है। रजौली में एक महंथ पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपी को हिरासत में लेने के बाद भी थाने से मुक्त कर दिया गया। अपराधी के बाहर आ जाने के बाद फिर से महंथ पर जानलेवा हमला होने की आशंका प्रवल हो गयी है।
क्या है मामला
बताया जा रहा है कि नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के अमांवा नानकशाही संगत महंथ शक्ति मुनि दास पर गांव के ही भूमाफियाओं ने गुरुवार की शाम जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में संगत महंथ शक्ति मुनि दास गंभीर रूप से जख्मी हो गए उनको स्थानीय लोगों के सहयोग से इलाज के लिए रजौली अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां, से नवादा फिर पावापुरी स्थानांतरित कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने इस आलोक में एक आरोपी को हिरासत में लिया था। लेकिन फिर बाद में छोड़ दिया गया।
महंथ को रास्ते से हटाने में जुट गया
स्थानीय लोगों का कहना है कि अमांवा के कुछ भूमाफियाओं द्वारा संगत की संपत्ति पर कब्जा जमाने का हरसंभव प्रयास किया गया। लेकिन, स्थापित महंथ माफियाओं के मंसूबे को सफल नहीं होने दिया। इसी कारण से माफियाओं ने महंथ को रास्ते से हटाने में जुट गया। महंथ जब गुरुवार की देर शाम वे अपने आसन पर बैठे थे तभी गांव के भूमाफियाओं यथा सागर सिंह पिता स्व. द्वारिका सिंह, नवल सिंह पिता स्व. अलखदेव सिंह व सुरेश सिंह ने हरवे हथियार से लैस होकर जानलेवा हमला कर दिया था। महंथ के बचाओ बचाओ की आबाज सुन जबतक आसपास के लोग पहुंच पाते तीनों फरार होने में सफल रहे।
सूचना थाने को दी
घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने तीनों आरोपियों में से एक सागर सिंह को हिरासत में ले लिया था। हिरासत में लेने के बावजूद कुछ देर बाद मुक्त कर दिये जाने से पुलिस की माफियाओं से सांठगांठ के आरोप लगने लगे हैं। हिरासत में लिये गये सागर सिंह के पास अमांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की भूमि पर कब्जा है। नवल सिंह ईंट भट्ठा संचालक के साथ बालू माफिया है। सुरेश सिंह संगत की दुकान पर कब्जा जमाने तथा रंगदारी वसूली के प्रयास में लगे हैं जिसका विरोध महंथ द्वारा किया जा रहा है। ऐसे में महंथ की जान को खतरा है। बावजूद आरोपी को मुक्त किया जाना कइ संदेहों को जन्म दे रहा है।