नवादा : जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश की अध्यक्षता में बैठक आयोजित कर जिले में बाल विकास परियोजना के तहत संचालित सेवाओं एवं योजनाओं की समीक्षा की गई। जिला पदाधिकारी द्वारा बिंदुवार समीक्षा की गई। उन्होंने सभी सीडीपीओ एवं सुपरवाइजर को निर्देश दिया कि लगातार केंद्रों का निरीक्षण करें। डीपीओ आईसीडीएस द्वारा बताया गया कि जिले में कुल 2670 आंगनबाड़ी केंद्र है, जिसमें 1067 आंगनबाड़ी केंद्रों का अपना भवन है।
उन्होंने बताया कि शून्य से एक वर्ष वाले बच्चों का मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना में 10409 लाभुकों को पंजीकृत किया गया है, जबकि एक से 2 वर्ष वाले बच्चों का 165 लाभुकों का पंजीकृत किया गया है। जिला पदाधिकारी ने सभी महिला पर्यवेक्षकों को कहा कि केंद्र की जांच उनकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। केंद्रों में पोषाहार का वितरण, बच्चों का पठन-पाठन, टीएचआर का वितरण ससमय पर एवं सही मानक के अनुरूप किया जा रहा है कि नहीं यह सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है। जिला पदाधिकारी ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर शौचालय का निर्माण एवं पेयजल के लिए चापाकल अथवा नल-जल का कनेक्शन लेना निश्चित रूप से सुनिश्चित करें।
वहीँ, महिला पर्यवेक्षकों को निर्देश दिया कि प्रतिदिन कम से कम पांच आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच अवश्य करें तथा सेविकाओं द्वारा वितरित टीएचआर का डाटा अपलोड करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों का वेट मशीन की उपलब्धता का अनुश्रवण महिला पर्यवेक्षकों को करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने महिला पर्यवेक्षकों को निर्देश दिया कि अपने-अपने आंगनबाड़ी केंद्रों पर अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर एनआरसी में भेजना सुनिश्चित करें। मौके पर डीपीओ आईसीडीएस निरुपमा शंकर के अलावा सभी सीडीपीओ एवं सुपरवाइजर मौजूद थे।
भईया जी की रिपोर्ट