– एक फोन कॉल ऑडियो और खुल गई चौकीदार, ड्राइवर की पोल
नवादा : जिले में पुलिस की मिलीभगत से कैसे शराब की तस्करी हो रही है, इसकी पोल लगातार आडियो प्रमाण के साथ जारी किये जाने के बावजूद कार्रवाई शून्य है। खासकर बिहार – झारखंड सीमा पर तैनात पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध रही है। पूर्व में रजौली व सिरदला का आडियो वायरल हो चुका है। रजौली के चौकीदार को निलंबित किया गया लेकिन सिरदला मामले में पुलिस ने चुप्पी साध ली। इसी प्रकार का नया आडियो परनाडाबर थाना का सामने आया है।
यह हाल तब है जब शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों बैठक कर सभी जिलों के एसपी को शराबबंदी को और प्रभावी तरीके से लागू करने का निर्देश दिया था। जिसमें शराब के धंधे को रोकने के लिए चौकीदारों की मदद लेने की बात कही गई थी। चौकीदार गांव की गतिविधियों पर आसानी से नजर रख सकते हैं। कहीं शराब का निर्माण या बिक्री हो रही है तो चौकीदारों को इसकी जानकारी आसानी से मिल जाती है। इसे देखते हुए शराब के धंधे को रोकने के लिए चौकीदारों को इस काम में लगाने के निर्देश दिए गए ,पर उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड के परनाडाबर थाना में पदस्थापित एक चौकीदार व एक ड्राइवर का शराब कारोबारी से शराब की खेप पार करने व पैसे लेने का फोन कॉल इन दिनों वायरल हो रहा है। वैसे वायरल फोन कॉल की पुष्टि हम नहीं करते।
बताते चलें कि इन दिनों नक्सल प्रभावित परनाडाबर थाना क्षेत्र शराब कारोबारीयों के लिए सेफ जोन माना जाता है। क्योंकि परनाडाबर थाना क्षेत्र से गुरपा रेलवे स्टेशन सटा हुआ है और जंगली इलाका है, यहां झारखंड क्षेत्र के कोडरमा से अंग्रेजी शराब व जंगल में निर्मित देशी महुआ शराब ट्रेन के रास्ते कारोबारी गुरपा रेलवे स्टेशन उतर कर परानाडाबर थाना के रास्ते (गेट) से व अगल बगल से गुजरते हैं और सिरदला,हिसुआ,नरहट, मेसकौर,सीतामढ़ी ,नवादा होते हुए अन्य जगहों पर शराब की खेप पहुंचाते हैं। 6 बार में 6 फोन कॉल वायरल हो रहा है जिसमें शराब कारोबारी चौकीदार व परनाडाबर थाने के ड्राइवर से बात चित का ऑडियो वायरल हो रहा है।
वायरल फोन कॉल में शराब कारोबारी के द्वारा 15 हजार रुपए व 22 बोतल शराब की पुष्टि हो रही है। अब पैसे लेने की बात कभी थाने के ड्राइवर तो कभी चौकीदार को रूपये देने की बात हो रही है। आडियो में थाने के ड्राइवर के द्वारा बताया जा रहा है ,,,,,, अरे सा ,,,, चू,,,,,ति ,,,,,या के करो के दे,पर दे। पैसे लेने को लेकर कहीं पर भी बुला रहा है। वहीं ऑडियो में पैसे लेने को चौकीदार के साथ ड्राइवर की बात स्पष्ट होती है ,
वायरल फोन कॉल पहुंचने में अहम भूमिका निभाने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि पूरी घटना क्रम के समय मैं मौजूद हूं । मेरा नाम पता छापने पर पुलिस मेरे ऊपर कहीं ना कही शराब कारोबारी बना कर मेरा नाम का झूठा एफआईआर में ना जोड़ दे, डर सा लगता है। जो भी बता रहि हूं सत्य है, पूरी फोन कॉल और घटना के समय मैं मौजूद रहा और शराब कारोबारी और थाने के चौकीदार व ड्राइवर के बात चित का ऑडियो रिकॉर्ड के बाद शराब कारोबारी से मैं फोन कॉल रिकॉर्डिंग लिया हूं।
एक शराब कारोबारी बराबर हमारे क्षेत्र से शराब की खेप ले जाया करता था। एक दिन अपने झांसे में लेकर हम ने उस से पूछ ताछ किया तो जो पूरी घटना क्रम का फोन कॉल रिकॉर्डिंग है जिस में 15 हजार रुपए ले कर शराब कारोबारी को शराब का पास देता है। आगे बताया कि जिसने पैसे दिया उसका शराब पास ,जिसने पैसे नहीं दिया अगली बार शराब मोटरसाइकिल सहित शराब कारोबारी हवालात में।
बताया कि आज चलिए शराब कैसे पहुंचता है तो मैं उसी के साथ हो गया। एक टेम्पो वाहन पर शराब लोड था और मैं भी साथ चलने लगा । शराब कारोबारी भाड़े के टेम्पो से शराब लेकर थाने पर पहुंच कर थाने के ड्राइवर को 15 हजार रुपए दे कर शराब आगे ले कर चला गया। किसी तरह से शराब कारोबारी व चौकीदार ड्राइवर की बात चित का फोन कॉल ले लिया। बताया कि हमारे गांव क्षेत्र में चौकीदार पिंटू व थाने का ड्राइवर गोकुल शराब कारोबारीयों से तसीली कर के शराब बेचवा रहा है। फोन कॉल तो स्पष्ट दर्शा रहा है कि किस तरह से परनाडाबर थाना की मिली भगत से शराब कारोबारियों को सह देकर शराब बेचवाया जा रहा है। अब इसके आगे जिम्मेवारी एसपी साहब! आपकी है, जांच कर कार्रवाई करें या फिर ——–?
भईया जी की रिपोर्ट