नवादा : जिले के पकरीबरावां में महादलित जच्चा -बच्चा की मौत का मामला थमा नहीं कि जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र में पथरी आपरेशन के दौरान झोला छाप चिकित्सक ने महिला की जान ले ली। घटना की सूचना के बावजूद प्रशासन मौन साधे तमाशबीन बनी हुई है। मामला बड़गांव गांव निवासी उपेंद्र पाण्डेय की तीस वर्षीय पुत्री से जुड़ा है।
बताया जाता है कि उपेंद्र पाण्डेय अपनी तीस वर्षीय पुत्री रेणु देवी को पथरी का इलाज के लिये लौंद मिडिल स्कूल के पीछे संचालित एक अवैध नर्सिंग होम में भर्ती कराया। चिकित्सक ने जाँच के बाद बताया कि पथरी काफी बड़ा हो गया है इसे जल्द ऑपरेशन कर निकालना पड़ेगा। तत्काल बीस हजार ब्यवस्था कर लाइये। जिसके बाद रुपया ब्यवस्था के बाद झोला छाप डॉक्टर ने ऑपरेशन कर दिया।
संसाधन के अभाव में महिला कि हालत बिगड़ने लगी तो उन्हें गया रेफर कर दिया। रास्ते में महिला की मौत हो गयी। इसकी जानकारी चिकित्सा प्रभारी सिरदला एवं सिविल सर्जन नवादा को देते हुए पीड़ित पिता ने उक्त लापरवाह अवैध नर्सिंग होम संचालक के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई किये जाने कि मांग की है। मृत महिला रेणु देवी को दो पुत्र है एवं उनका सासुराल झारखण्ड के कोडरमा शहर में है। मौत के बाद स्वजनों के साथ साथ बड़गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है।
भईया जी की रिपोर्ट