नवादा : जिले के वारिसलीगंज सहित सीमावर्ती इलाकों में ठगों का मजबुत ठिकाना कायम है। वारिसलीगंज, काशीचक, शाहपुर, पकरीबरावां, रोह तथा रूपौ थाना सहित जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों मे साइबर अपराधी अपना सम्राज्य स्थापित कर लिया है। आम हो खास सभी को ठगने में जरा सा भी नहीं हिचकते। ठगों को न तो पुलिस का भय है और ना ही नए कानून का।
साइबर अपराधियों ने स्थानीय लोगों के साथ-साथ देश भर के भोले-भाले लोग ठगों के झांसे में आकर अपनी गाढ़ी कमाई ठगों को सौंप रहे हैं। इसी कडी़ में साइबर अपराधियों ने वारिसलीगंज के भाजपा विधायक अरूणा देवी के पति काशीचक के पूर्व जिला पार्षद अखिलेश सिंह को भी नहीं बख्सा। उनसे भी मां की इलाज के नाम पर 25 हजार का चुना लगा दिया।
विधायक प्रतिनिधि शैलेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि मंगलवार के दिन लगभग 9 बजे वारिसलीगंज विधायक पति और काशीचक पूर्व जिला पार्षद अखिलेश सिंह के मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जो उनके एक रिश्तेदार की आवाज में था। फोन करने वाले व्यक्ति ने रिश्ते में भाई होने की बात करते हुए कहा कि मां अस्पताल में भर्ती है। इसके इलाज के लिए 50 हजार की तत्काल आवश्यकता है। अपने रिश्तेदार की परेशानी समझ कर विधायक पति ने कहा कि अभी तत्काल 25 हजार पॉकेट में है, कहो तो भेज दें। इस पर ठग ने एक स्कैनर भेज दिया और भेज देने को कहा। विधायक पति ने उक्त स्कैनर पर राशि भेज दिया।
कुछ देर बाद ठगी का शिकार होने के शक के बाद विधायक पति द्वारा अपने रिश्तेदार के घर फोन किया तब पता चला कि उसकी मां का तो 5 साल पहले निधन हो चुका है। विधायक पति द्वारा थाना में ठगों के विरुद्ध कार्रवाई को ले आवेदन दिया है। इसी प्रकार बुधवार के दिन कुंभी निवासी सुरेश सिंह के पुत्र संजीत कुमार उर्फ भोथू के साथ हुई। उन्हें भी एक रिश्तेदार मौसेरा भाई की आवाज में फोन आया।
उन्होंने कहा कि मां अस्पताल में भर्ती है। इलाज के लिए 50 हजार की तत्काल आवश्यकता है, जिस पर परेशान संजीत ने कहा कि अभी 30 हजार अकाउंट में है कहो तो भेज दें तब ठग द्वारा एक स्कैनर भेजा गया और कहा गया कि दो बजे तक राशि लौटा देंगे। तब पीड़ित द्वारा 30 हजार दिए गए स्कैनर पर भेज दिया गया। दो बजने के बाद भी रुपया वापस नहीं आने पर फोन किया गया। तब ठग द्वारा बताया गया कि मेरे अकाउंट से 50 हजार से कम ट्रांसफर नहीं होता है, इसलिए 20 हजार और भेज दो। तब पूरी राशि एक बार भेज देंगे।
ठगी का शिकार होने के शक में पीड़ित द्वारा थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। यह हाल तब है जब एसपी धीमान ने योगदान के बाद अपने पहले बयान में कहा था कि साइबर अपराधियों से निपटना मेरी पहली प्राथमिकता होगी। लेकिन जिले में साइबर अपराध कमने के बजाय सुरसा की भांति दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।
भईया जी की रिपोर्ट