नवादा : जिले में पुलिस की मनमानी बढ़ती जा रही है। जिसे चाहा बालू-दारु का आरोपी बना दिया,जिसे चाहा हत्यारोपी। लाभ- शुभ का ऐसा चस्का कि नियम कानून को ताक पर रखा जा रहा है। ताज़ा मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर डीह का है। शराब माफिया राजन राजवंशी की अम्बा कोला पहाड़ी के पास आपसी बर्चस्व की लड़ाई में पीट पीटकर हत्या कर दी गयी थी। तब उसके पास काम कर रहे मजदूरों के साथ मारपीट की गयी थी। जख्मी मजदूर किसी तरह जान बचाकर भागे थे। अब जख्मी मजदूरों को पुलिस हत्यारोपी बनाने का काम कर रही है या भयादोहन?
इसी सिलसिले में पुलिस विकलांग श्रवण मांझी उर्फ जहरा के घर देर रात पहुंची। बगैर महिला पुलिस के घर में प्रवेश किया तथा मां के साथ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए दुर्व्यवहार किया। आरोपी को हाजिर न कराने पर बुरे अंजाम की चेतावनी दी। अब सबसे बड़ा सवाल बगैर महिला पुलिस के देर रात घर में घुसने का अधिकार पुलिस को है? फिर आरोपी की मां के साथ दुर्व्यवहार क्यों? क्या यही जिले की पुलिसिंग है?
भईया जी की रिपोर्ट