176 किलोग्राम गांजा के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार
नवादा : नगर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर 176 किलो गांजा जप्त कर तीन गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में बताया गया कि उड़ीसा से गांजा ट्रक के तहखाने में रखकर लाया जा रहा था।
मादक पदार्थ के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई में 176 kg गांजा जब्त कर 3 तस्करों को नवादा पुलिस ने गिरफ्तार कर बड़ी सफलता प्राप्त की है। ट्रक के तहखाने में गांजा छिपा कर ओडिशा से तस्करी कर लाया जाता था। इसके पूर्व 61 kg गांजा के साथ ट्रक ड्राइवर की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
थमने का नाम नहीं ले रहा अग्निकांड का तांडव, सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं का फसल जलकर खाक
नवादा : जिले में आग का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। हिसुआ क़े बढौना गांव में 150 एकड़ जमीन में लगी गेहूं फसल में आग लगने की चर्चा पर विराम भी नहीं लगा कि वारिसलीगंज व काशीचक से आग की सूचना ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। गेहूं के खेत मे उठे शोले ,देखते ही देखते खाक हो गई। सैकड़ों बीघा में लगे किसानों की फसल धू धू कर जलती देख किसानों की आंखों से आंसू छलक उठे।
घटना काशीचक थाना क्षेत्र के सुभानपुर पंचायत के डिहरी गांव की है। फसल में आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। सूचना पर पहुंची अग्निशामक की टीम आग बुझाने में जुटी है। दूसरी घटना वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के हाजीपुर पंचायत के मय गांव की है । सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं की फसल में आग लगने से किसानों में अफरातफरी मची है। फिलहाल फसल में आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है सूचना पर पहुंची अग्निशामक की टीम आग बुझाने में जुटी है।
जिले में 22 कैटल ट्रफ में मात्र आठ कर रहे काम, 14 पेयजल टैंक खराब
नवादा : जिले में तपीश बढ़ने के साथ ही पेयजल संकट गहराता जा रहा है। ऐसे में सर्वाधिक परेशानी पशुओं को हो रही है। वैसे जिला वर्ष 1967 से ही सतत सुखाड़ क्षेत्र घोषित है। भले इसकी सुविधा जिला वासियों को नहीं मिल पा रहा है। पशुओं को नियमित पीने का पानी मिले इसके लिए सरकार की ओर से करोड़ों रुपये खर्च कर इंतजाम किया गया, लेकिन वह कारगर साबित नहीं हो पा रहा है।
पशुओं को पीने का पानी मिले, इसके लिए लगभग 10 लाख रुपये प्रति कैटल टर्फ पशु पानी नाद बनाने के लिए सरकार ने खर्च किया है। जिले में 30 कैटल टर्फ बनाया जाना था, इसमें 22 पशु नाद बनाकर तैयार किया गया। प्रत्येक पशु नाद को एक मीटर चौड़ा व तीन मीटर लंबा बनाते हुए सोलर प्लेट के माध्मय से बिजली की व्यवस्था करनी थी, ताकि नियमित पानी की उपलब्धता हो सके। इसमें एक वोल्ट का मोटर लगाकर पशुओं के लिए पीने के पानी का इंतजाम करना था।जिले में बनाये गये 22 कैटल टर्फ में से 14 खराब होकर बेकार हो गये हैं। शेष बचे आठ पानी का नाद विभिन्न गांवों में फिलहाल विभाग के अनुसार काम कर रहा है। वैसे सच्चाई इसके विपरीत है।
पशुपालन विभाग, पीएचइडी पर फोड़ रहा ठीकरा
जिले के 14 प्रखंडो में विभाग के बनाये गये 22 कैटल ट्रफ में सिर्फ आठ कैटल ट्रफ काम कर रहा है। पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि पीएचडी विभाग से इसके बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गयी है।
कैटल ट्रफ परियोजनाओं का लाभ सूखाग्रस्त क्षेत्रों में देना था, जहां पानी का अभाव है। गर्मी के दिनों में पशुओं को होने वाली पानी से परेशानी के लिए सरकार के द्वारा कैटल ट्रफ परियोजनाओं को लागू किया गया था,लेकिन, इन परियोजना सिर्फ कागजों पर ही ठीक-ठाक है, जमीनी स्तर पर बिल्कुल ही समाप्त हो चुकी है। विशेषकर कैटल ट्रफ परियोजनाओं के बारे में ग्रामीणों को भी पता नहीं है और शायद विभाग इसकी कोशिश भी नहीं करता है।
सौर ऊर्जा प्लेट से चलती है मोटर
कैटल ट्रफ परियोजना के अंतर्गत एक एचपी मोटर पंप से पानी की सप्लाई सौर ऊर्जा प्लेट के पावर से करनी थी। इसमें एक मीटर लंबा व तीन मीटर चौड़ा नाद बनाया गया, जिसमें पशु आसानी से पानी पी सके। पंप के संचालन का जिम्मा पशुपालन विभाग को देखना था।
2019 में बने सभी मशीन खराब हो चुके हैं। केवल आठ जगहों पर अभी पशु नाद की सुविधा काम कर रही है। पशुपालन विभाग के अनुसार किसी कैटल टर्फ का मोटर खराब है, तो किसी का का सोलर प्लेट टूटा हुआ है,कहीं नाद टूट गया है तो किसी सोलर पैनल और मोटर से पानी नहीं आ रहा है। इन्हें बनाने की योजना विभाग के पास नहीं है। इन परियोजनाओं पर ना पशुपालन विभाग का ध्यान है और ना ही पीएचइडी विभाग का। सरकार की इस योजना का सुधबुध लेने वाला कोई नहीं है।
कहते हैं अधिकारी
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ दीपक कुशवाहा ने कहा कि कैटल ट्रफ खराब होने की सूचना पीएचइडी विभाग को दिया गया है। बनाने का कार्य पीएचईडी विभाग ने किया था। इसकी मरम्मत को लेकर क्या किया जा सकता है इसके लिए विभाग से जानकारी ले रहे हैं।
हिसुआ को जाम के जाम से नहीं मिल रही मुक्ति, सर्वाधिक परेशानी स्कूली बच्चों को
नवादा : जिले के हिसुआ नगर परिषद बाजार समेत विश्व शांति चौक को जाम के जाम से मुक्ति नहीं मिल पा रही है। ऐसे में तपती धूप में स्कूली बच्चों को सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फिर बच्चों का बीमार होना स्वाभाविक है। बावजूद प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं जा पा रहा है। हिसुआ विश्व शांति चौक से प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरती है। इनमें गया, बोधगया व राजगृह आने जाने वाले देसी- विदेशी पर्यटकों के वाहन शामिल होते हैं।
वैसे वाहनों के घंटों जाम में फंसने से वे अपने आपको असुरक्षित महसूस करते हैं। कई बार उच्चके उनके सामानों को गायब कर देती और शिकायत के बाद पुलिस रपट लिखकर अपने कर्तव्य की गति श्री कर लेती है।
विश्व शांति चौक के पास पूर्व में पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गयी थी। तब वाहन चालकों ने राहत महसूस किया था, लेकिन प्रतिनियुक्ति समाप्त होते ही स्थिति जस की तस हो गयी। ऐसे में भीषण तपीश में हर आने जाने वालों को जाम के कारण परेशान होना पड़ रहा है।
यूं तो जिले का शायद ही कोई ऐसा बाजार हो जहां जाम की समस्या से लोगों को न गुजरना पड़ता हो, लेकिन हिसुआ में जाम के लिए लोग पुलिस प्रशासन को जिम्मेवार मान रहे हैं। स्थानीय नागरिकों ने एसपी से जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने की गुहार लगायी है।
जिला पदाधिकारी ने बृहद आश्रय गृह का किया औचक निरीक्षण, उपस्थित पदाधिकारियों को दिया निर्देश
नवादा : प्रशांत कुमार सी.एच. जिला पदाधिकारी ने बृहद आश्रय गृह का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में सहायक निदेशक बाल संरक्षण-सह-सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा श्रीमती अर्पणा झा उपस्थित थे। बाल संरक्षण पदाधिकारी मुकेश कुमार उपस्थित पाये गए। जिला पदाधिकारी द्वारा सर्वप्रथम बालिका गृह, यूनिट-01 का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि विभिन्न जिलों से आये कुल 56 बालिकाएं आवासित हैं। उन्होंने अधीक्षक, बालिका गृह श्रीमती कुमारी प्रियंका को निर्देश दिया कि विभाग द्वारा उपलब्ध कराये जानें वाले सभी सुविधा आवासित बालिकाओं को मुहैया करायें। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने प्रथम तल एवं द्वितीय तल पर शौचालयों में साफ-सफाई को और अधिक सुदृढ़ व्यवस्था करने का निर्देश अधीक्षक एवं सहायक निदेशक बाल संरक्षण को दिया।
बालिका गृह के निरीक्षण के उपरांत जिला पदाधिकारी द्वारा बालक गृह का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में बालक गृह के बालक अधीक्षक, श्री राजा बाबू उपस्थित पाये गए। बालक गृह में कुल 13 बच्चे आवासित पाये गए। बालक गृह के निरीक्षण उपरांत कॉमन फैसिलिटी सेंटर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि इस भवन का प्रयोग वर्तमान में नहीं किया जा रहा है।
इस संबंध में सहायक निदेशक बाल संरक्षण को निदेश दिया कि आवासित बच्चों का पठन-पाठन की क्रियाएं इसी भवन में करायी जाय। साथ ही यह भी निदेश दिया कि सीसीटीवी और पुलिस बल की नियमित पर्यवेक्षण करना सुनिश्चित करेंगे ताकि सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी तरह का चूक न हो। जिला पदाधिकारी द्वारा बृहद आश्रय गृह में सभी बच्चों को सुरक्षित रखने एवं आधारभूत सुविधाएं देने का निर्देश दिया।
नवादा से भईया जी की रिपोर्ट