-जख्मी क्यों नहीं खोल रहा राज?
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के अम्बा कोला पहाड़ी के पास राजन राजवंशी की अज्ञात बदमाशों द्वारा की गयी हत्या मामले में चर्चाओं का बाजार गर्म है। इसके पीछे मुख्य कारण मौका-ए-वारदात पर मौजूद जख्मी साथियों की रहस्यमय चुप्पी है। मृतक शराब माफिया था। अम्बा कोला पहाड़ी के पास झाड़ियों के बीच पुलिस की मिलीभगत से व्यापक पैमाने पर महुआ शराब निर्माण व बिक्री का धंधा वर्षों से किया करता था। इसके दो वर्ष मृतक के बड़े भाई संदीप राजवंशी की मौत अत्यधिक शराब पीने से हुई थी। तब पुलिस ने मामले को दबा दिया था।
अम्बा कोला में गोविन्दपुर से आकर कोई शराब का कारोबार करें यह स्थानीय लोगों को पच नहीं पा रहा था। बुधवार की देर शाम अज्ञात चेहरा छिपाये बंदूकधारियों ने शराब निर्माण में लगे राजन समेत साथ रहे लोगों पर अचानक लाठी – डंडे से हमला कर दिया। साथ रहे जख्मी किसी तरह भागने में सफल रहे लेकिन राजन की मौत हो गयी। आश्चर्य तो यह कि जख्मी ने घटना की सूचना परिजनों को दी, लेकिन पुलिस को सूचना देना उचित नहीं समझा।
कतराती रही पुलिस
सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंची गोविन्दपुर पुलिस पहले सीमा का व जंगल का मामला बता शव बरामद करने से कतराती रही। बाद में रजौली एसडीपीओ गुलशन कुमार के निर्देश पर शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। जख्मी छिपा रहा हत्या का राज:- घटना में जख्मी गोविन्दपुर डीह के गुडील राजवंशी पिता स्व. यमुना राजवंशी, बुढ़वा पिता सरोज मांझी, जहरा आदि हत्या का राज छिपा रहा है। ऐसा इसलिए कि कहीं उसकी भी हत्या न कर दी जाय।
आपसी प्रतिद्वंद्वीता में हुई हत्या
स्थानीय लोगों का मानना है कि शराब निर्माण व बिक्री में लगे लोगों की आपसी प्रतिद्वंद्वीता की लड़ाई में राजन की हत्या हुई है। ऐसा इसलिए कि इसके सामने अन्य लोगों की शराब की बिक्री नहीं होती थी। वैसे पुलिस ने घटनास्थल से शराब निर्माण के उपकरणों को जप्त किया है जिससे इसकी पुष्टि होती है कि मृतक वहां व्यापक पैमाने पर शराब निर्माण व बिक्री का धंधा वर्षों से किया करता था। बहरहाल पुलिस हत्या मामले का खुलासा करें या न करे लेकिन यह कटु सत्य है कि राजन की हत्या आपसी प्रतिद्वंद्वीता में हुई है?
भईया जी की रिपोर्ट