भव्य मोबाइल ऐप का दिया गया प्रशिक्षण
करपी,अरवल: प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत भव्य एप्लीकेशन का प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हो गया। प्रशिक्षण में एएनएम तथा सीएचओ शामिल हुए ।प्रशिक्षण मैनेजर अभिषेक तिवारी ,वरीय प्रशिक्षक सत्यम प्रियदर्शी ने एक महीने से चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम चरण में भव्य मोबाइल ऐप चलाने का विस्तृत प्रशिक्षण दिया।
भव्य ऐप को सभी के मोबाइल में इंस्टॉल करवाया गया। प्रशिक्षण के समापन सत्र में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर शशिकांत कुमार ने कहा कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सभी पोर्टल को एक प्लेटफार्म पर लाया जा रहा है। इसी को भव्य नाम दिया गया है। इसके तहत बिहार देश का पहला राज्य बन जाएगा जहां स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह डिजिटल होगी।
मुख्यमंत्री डिजिटल मिशन योजना के तहत यह कार्य किया जा रहा है । डिजिटलाइजेशन हो जाने के बाद एक क्लिक पर मरीजों का पूरा स्वास्थ्य डाटा उपलब्ध होगा। इसमें मरीज के रजिस्ट्रेशन से लेकर लैब रिपोर्ट, दवा काउंटर, ओपीडी जांच समेत सभी कुछ पेपरलेस हो जाएगा। मरीजों को रजिस्ट्रेशन के बाद पर्ची नहीं देकर एक टोकन दिया जाएगा। इसी के आधार पर ओपीडी में मरीजों की चिकित्सा की जाएगी।रजिस्ट्रेशन के समय मरीजों को जो नंबर दिया जाएगा इस नंबर पर उसका सभी ब्योरा उपलब्ध होगा। मरिज कभी भी इलाज के लिए राज्य के किसी भी अस्पताल में जाएंगे तो इस नंबर पर उसका इलाज किया जा सकेगा।
कुदरासी गांव में कलश यात्रा के साथ सूर्य नारायण प्राण प्रतिष्ठा समारोह प्रारंभ
करपी,अरवल :प्रखंड क्षेत्र के कुदरासी गांव में कलश यात्रा के साथ ही श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह श्री सूर्य नारायण प्राण प्रतिष्ठा समारोह शुरू हो गई। भब्य सूर्य मंदिर निर्माण के उपरांत प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आयोजित इस महायज्ञ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु यज्ञ स्थल से कई घोड़े एवं गाजे बाजे के साथ अरवल सोन नदी के लिए रवाना हुए।
बराह मठ के मठाधीश स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने यज्ञ स्थल पर कलश संकल्प कार्रवाई तथा सोन नदी में जाकर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालुओं के द्वारा पवित्र जल कलश में भरा गया। वहां से श्रद्धालु इस भीषण गर्मी में छः किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए यज्ञ स्थल पर पहुंचे। यहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश स्थापना यज्ञ मंडप में करवाया गया। जल यात्रा को लेकर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हुए थे। श्रद्धालुओं की श्रद्धा देखते ही बन रही थी। जल यात्रा में जहां अधिक उम्र की महिलाएं शामिल थी तो कम उम्र के बच्चे भी शामिल थे।
यज्ञ समिति के अध्यक्ष भुवनेश्वर प्रसाद ,सचिव गया सिंह तथा कोषाध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि संध्या के समय प्रत्येक दिन स्वामी जी के द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का वाचन किया जाएगा तथा रात्रि में वृंदावन से पधारे कलाकारों के द्वारा रासलीला प्रस्तुत की जाएगी।सूर्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद15 अप्रैल को महायज्ञ का समापन किया जाएगा तथा इस दिन भंडारा का भी आयोजन किया गया है। दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। चौहर पंचायत के पूर्व मुखिया प्रतिनिधि संजय यादव तथा यज्ञ समिति के उपाध्यक्ष भिखर सिंह, उप सचिव गिरजा रविदास, उप कोषाध्यक्ष बबन राम समेत कई गण्य मान्य लोग उपस्थित थे।
शिवकुमार पांडे के श्राद्ध के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
करपी,अरवल: प्रखंड क्षेत्र के रामपुर चाय गांव निवासी व क्षेत्र के जाने माने पुजारी शिवकुमार पांडेय के श्राद्ध कर्म के अवसर पर मंगलवार को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर कई गन्यमान लोगो ने उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित किया। उपस्थित लोगों ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जन्म लेना और मरना प्रकृति का नियम है। जो लोग भी इस धरती पर आए हैं।
उनको इस धरती से जाना निश्चित है, लेकिन जो लोग समाज एवं राष्ट्र के लिए कुछ करके जाते हैं उनकी कृति हमेशा के लिए अमर हो जाती है। मरने के बाद भी ऐसे लोग सभी लोगों के दिलों में जिंदा रहते है।शिवकुमार पांडेय ऐसे ही व्यक्ति थे। जिन्होंने बचपन से ही समाजिक जीवन में सक्रिय रहे। उन्होने अपनी पूरी जिंदगी समाज के गरीबों की आर्थिक शैक्षणिक मजबूती प्रदान करने के लिए इन्होंने अपनी जीवन का बहुमूल्य समय लगा दिया।
इतना ही नहीं समाज के लिए भी इन्होंने बहुत सारे ऐसे कार्य किए। जिससे इन्हें भुलाया नहीं जा सकता है। सभी लोगो ने कहा कि हम लोगों ने एक मार्गदर्शक तथा अभिभावक खो दिया। समाज की सेवा करना तथा राष्ट्रहित का कार्य करना ही इनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस मौके पर जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष मंजू वर्मा, मनोज शर्मा समेत कई गणमान्य लोगों ने इनके तैल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया।
पर्व के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला पदाधिकारी ने दिया आवश्यक दिशा निर्देश
अरवल – जिला पदाधिकारी अरवल वर्षा सिंह की अध्यक्षता में चैती छठ, चैती दूर्गापूजा, ईद एवं रामनवमी पर्व को लेकर बैठक आहूत की गई। बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को जरूरी निदेश दिये गये। इस दौरान उनके द्वारा बताया गया कि 09 अप्रैल से चैती दुर्गापूजा की शुरूआत हो रही है। इसके लिए सभी पूजा पंडालों का आकलन कर विधि व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चित करेंगे।
कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद शहर में व प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में चैती छठ एवं दूर्गापूजा को लेकर घाटों की साफ-सफाई व लाईटिंग की व्यवस्था का कार्य संपन्न कराना सुनिश्चित करेंगे। विसर्जन के दौरान डीजे पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। इन त्योहारों के मध्य भारत के दो महापुरूषों बाबा भीमराव अम्बेडकर एंव ज्योतिबा फुले की जयंती भी मनाई जायेगी जिसके लिए जुलूस निकालने की पूर्वानुमति लेना अनिवार्य होगा। बिना पूर्वानुमति के जुलूस निकालना वर्जित होगा।
दूर्गापूजा, ईद, रामनवमी एवं चैती छठ के दौरान आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर विशेष निगरानी रखी जाए एवं किसी तरह की अश्लीलता का प्रदर्शन ना होने पाये। रात्रि दस बजे के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन नहीं किया जाएगा। रामनवमी जुलूस की अनुमति अनुमंडल पदाधिकारी से लेना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर फैलने वाले अफवाहों पर भी विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही जुलूस के लिए रूटचार्ट निर्धारित किया जाए एवं उसे पालन भी कराया जाए। इस दौरान आयोजित होने वाले राजनैतिक कार्यक्रमों पर भी ध्यान रखा जाए ताकि किसी भी तरह का आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की स्थिति उत्पन्न न हो। इस क्रम में चिकित्सा एवं अग्निशमन विभाग को भी मौके पर तत्पर रहने हेतु निदेशित किया गया। इस दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा ईद पर्व को सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने हेतु भी जरूरी निदेश दिया गया।
जिला पदाधिकारी द्वारा सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष को अपने-अपने क्षेत्र के सभी पंचायतों में निरीक्षण करने एवं विधि व्यवस्था व सौहार्दपूर्ण स्थिति को सुनिश्चित करने हेतु निदेशित किया गया। उनके द्वारा यह भी निदेशित किया गया कि पुलिस प्रशासन अलर्ट रहे, छोटे-छोटे बातों को लेकर साम्प्रदायिक विवाद होने की संभावना हो तो ऐसे स्थानों पर शीघ्र ही शांति समिति की बैठक करें। बैठक के दौरान जिला आपूर्ति पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी के साथ अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।
दीक्षांत समारोह के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित
करपी,अरवल : करपी एवं बंसी प्रखंड क्षेत्र में स्थित मध्य एवं उच्च विद्यालयों में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया ।इस मौके पर विद्यालय में पढ़ने वाले ऐसे बच्चे जिन्होंने प्रथम से लेकर पांचवी स्थान प्राप्त की ऐसे बच्चों को पुरस्कृत किया गया। साथ ही साथ अभिभावकों को बुलाकर सभी बच्चों के बीच प्रगति पत्रक का भी वितरण किया गया। अभिभावक बच्चों के हाथ में प्रगति पत्रक एवं मैडल देखकर काफी खुश नजर आकर शिक्षा विभाग को धन्यवाद दिया। दक्षिणवारी मठिया मध्य विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित छात्र एवं अभिभावकों को संबोधित करते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक संतोष कुमार बबलू ने कहा कि शिक्षा विभाग के द्वारा यह बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित करवाया गया है।
इसके तहत प्रथम से लेकर पांचवी स्थान पर रहने वाले बच्चों के बीच पुरस्कार का वितरण किया गया। विद्यालय में पढ़ने वाले सभी बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया ।विद्यालय में सबसे अधिक नंबर लाने वाले छात्र देवानंद कुमार को अलग से विशेष पुरस्कार दिया गया। संगीत ,चित्रकला तथा नृत्य कला समेत अन्य कई प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।विजेता छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। बच्चों को मिले प्रगति पत्रक को अभिभावक घर जाकर देखेंगे और बच्चों को आगे पढ़ने के लिए प्रोत्साहित भी करेंगे। इन्होंने इस मौके पर उपस्थित सभी अभिभावकों से अनुरोध किया कि सभी अभिभावक प्रत्येक दिन बच्चों को अपने साथ बैठकर पढ़ने के लिए प्रेरित करें।
विद्यालय परिवार अपनी ओर से बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए लगातार कार्य कर रहा है। अभिभावकों का भी कर्तव्य बनता है कि बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करें। बच्चों के साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें ।समय से विद्यालय भेजें। निश्चित रूप से बच्चे बड़ा होकर बड़े पद पर कार्य करेंगे। इस मौके पर समाजसेवी परशुराम कुमार, विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष रामकुमार मिस्त्री, सुखिया देवी, अमरावती, वंदना कुमारी, सत्येंद्र मोची, राजीव रंजन, विभा कुमारी, गीता कुमारी, रमेश सिंह, बेलवंती देवी समेत अन्य गण्या मान्य लोग उपस्थित थे।
पहलेजा गांव में पारंपरिक चैता गीतों पर झूमें ग्रामीण, विलुप्त हो रही पारंपरिक गीतों के जीवंत रखने का सार्थक पहल
कलेर,अरवल – प्रखंड क्षेत्र के पहलेजा गांव में रविवार की देर रात्रि चैता कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। पहलेजा दरबार में आईएएस संजय कुमार सिंह एवं डॉ ज्ञान प्रकाश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पारंपरिक चैता गीतों के आयोजन में ग्रामीण कलाकारों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। मौके पर संजय कुमार सिंह के इकलौता दिव्यांग पुत्र आधिश्री ने ने भी चैता गीतों का भरपूर आनंद लिया। इस संबंध में उन्होंने बताया कि पारंपरिक गीत संगीत में आधिश्री बेहद रूचि रखता है। यही कारण है कि इसे खुश रखने के लिए पटना से आकर परिवार जनों के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम में डीडीसी रविंद्र कुमार, आरएसएस के जिला प्रचारक सौरभ कुमार, सर्वे अमीन रितेश तिवारी, कानूनगो सौरव कुमार सहित कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया। हारमोनियम, ढोलक,झाल, ताशा के धुन पर चैता गीतों का ग्रामीणों ने भरपूर आनंद उठाया। ग्रामीण कलाकारों ने एक से बढ़कर एक चैती गीतों की प्रस्तुति कर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। हारमोनियम पर सूर्य दयाल पासवान, ढोलक पर पहलेजा पैक्स अध्यक्ष प्रेम प्रकाश, अवधेश राम व ललन शर्मा ने कलाकारों का बखूबी साथ दिया। कार्यक्रम की शुरुआत श्री भगवान राम द्वारा गाए गए चैता गीत- कंठे शुरुआ होव ना सहईया के साथ किया गया।
वहीं पूर्वआकाशवाणी कलाकार विशेश्वर कुमार विशेष के द्वारा गाये गएचैतागीत–जलवा शिव पर चढ़ाईब ए रामा ,घूमी- घूमी, प्रीत लागल मधुबनवा ए रामा तोरा मोरा, कोईली बोलेली आधी रतिया ए रामा मीठी-मीठी बोलिया जैसे पारंपरिक चैता गीतों को लोगों ने खूब सराहा। मौके पर पहलेजा कीर्तन मंडली के व्यास वेंकटेश शर्मा ने एक से बढ़कर एक चैती गीतों की प्रस्तुति देकर सबको झुमा दिया। इस संबंध में डीडीसी ने बताया कि धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक गीतों का गायन लगभग समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। आज की युवा पीढ़ी ईस प्रकार के गीतों से दूर रहकर मोबाइल पर गीत संगीत का आनंद ले रहे हैं।
इस विपरीत परिस्थिति में पहलेजा कीर्तन मंडली पारंपरिक गीत संगीत को जीवंत रखे हुए हैं, इसके लिए सभी कलाकार धन्यवाद के पात्र हैं। वही कार्यक्रम में उपस्थित पहलेजा परिवार के डॉक्टर ज्ञान प्रकाश ने कहा कि हम सभी का भरपूर प्रयास रहता है कि इस तरह का आयोजन बराबर किया जाए ताकि पारंपरिक गीतों का चलन कायम रह सके। समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रमों को बढ़ावा देना आवश्यक है ताकि समाज में फैली कटुता को पाटा जा सके। मौके पर आरएसएस के जिला प्रचारक सौरभ कुमार ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन से समाज में आपसी प्रेम सौहार्द एवं भाईचारा कायम रहता है। युवा पीढ़ी को भी इस प्रकार के आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। अंत में मधुर सहभोज के साथ कार्यक्रम को संपन्न किया गया।
नरेंद्र मोदी को बिहार के लोगों ने जाति-धर्म से ऊपर उठकर दिया वोट, उनकी जाति का बिहार में 1 भी आदमी नहीं रहता फिर भी चुनाव जीत रहे हैं: प्रशांत किशोर
अरवल – बिहार के लोगों को उनके मताधिकार के बारे में जागरूक करते हुए जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को ये दिख रहा है कि अभी उनके सामने जो नेता खड़े हैं, दोनों ही चोर हैं। ऐसे में पब्लिक ये सोच रही है कि चलिए दोनों ही जब चोर हैं, तो अपनी जाति वाले को ही वोट दे देते हैं। लेकिन अगर जनता को कोई ईमानदार दिखेगा तो जनता बेवकूफ नहीं है उसको जरूर वोट देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिहार के लोगों ने खूब वोट दिया है न, उनकी जाति के कितने लोग बिहार में रहते हैं, एक भी नहीं रहते हैं। लेकिन लोगों ने ऐसा समझा कि मोदी को वोट देंगे तो हमारा विकास होगा। इसीलिए बिहार की जनता ने जाति और धर्म की सोच से ऊपर उठकर नरेंद्र मोदी को वोट दिया। अब नरेंद्र मोदी ने काम नहीं किया, वो अलग बात है लेकिन लोगों ने जाति से ऊपर उठकर नरेंद्र मोदी को वोट तो दिया ही है।
यहां जितने लोग बैठे हैं, मान लीजिए कि इनकी संख्या अगर सौ है तो इसमें से 40 से 50 आदमी ने तो नरेंद्र मोदी और भाजपा को वोट दिया ही होगा। वो 40 से 50 आदमी नरेंद्र मोदी की जाति के तो नहीं हैं। सिर्फ जाति की बात नहीं है जब जनता को सारे नेता चोर दिखते हैं, एक तरह के दिखते हैं तो आखिर में जनता कहती है कि दोनों तो एक ही तरह के हैं तो चलिए अपनी जाति वाले को ही वोट देते हैं। अगर एक आदमी अच्छा दिखेगा तो बिहार की जनता में वो समझ और ताकत है कि आगे बढ़ेंगे और सही व्यक्ति का चुनाव करेंगे।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि हम अभी पंद्रह महीने से पैदल चल रहे हैं तो लोग कह रहे हैं कि भइया अपना घर-परिवार को छोड़कर ये पैदल चल रहे हैं। लेकिन बिहार के जितने भी लोग हैं इनके परिवार के नौजवान तो 10 से 15 सालों से अपना घर छोड़कर बाहर ही रह रहे हैं। कभी छठ में या किसी शादी-विवाह में दस से पंद्रह दिनों के लिए वो व्यक्ति घर आया। हमने तो पंद्रह महीने से अपना घर छोड़ा है तो लोग हमें समझ रहे हैं कि हम बहुत महान आदमी हैं, साधु-महात्मा हैं। आपका बच्चा तो पंद्रह सालों से बाहर रह रहा है। एक बार यहां बच्चा बीस साल का हो गया, तो वो झोला लेकर चला गया मजदूरी करने के लिए। जब तक उसके शरीर में ताकत है उसको बाहर ही रहना है और मजदूरी ही करना है।
अरवल ब्यूरो देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट