नवादा : जिले में अधिकारियों की मिलीभगत से मनरेगा में लूट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यही कारण है कि जांच के नाम पर खानापूर्ति कर मामले को रफा दफा किया जा रहा है। ताजा मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के हरदिया पंचायत की है। आमतौर पर बरसात में मिट्टी का बंद हो जाता है, लेकिन आज भी यहां मिट्टी का कार्य जारी है। पंचायत के द्वारा मनरेगा से चिरैला व हरदिया में सात तालाबों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
सबसे बड़ा सवाल यह कि आखिर बरसात में तालाब निर्माण की स्वीकृति आखिर दिया किसने? फिर दिया भी तो इसे बरसात के बाद कराने में क्या आपत्ति थी? जाहिर है जब कागज पर काम करना और करवाना है तब फिर कहना ही क्या? ऐसा मैं नहीं विभाग का दस्तावेज कह रहा है। फिर मनरेगा में करोड़ों की राशि यूं ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। अब फिर एक ही सवाल आखिर इसे देखेगा कौन? क्योंकि, हमाम में सभी —–?
भईया जी की रिपोर्ट