नवादा : जिले के बिहार- झारखंड सीमा पर रजौली मुख्यालय क्षेत्र के समेकित जांच चौकी पर जिला परिवहन विभाग की ओर से वाहनों की जांच को लेकर ईएसआई की तैनाती की गई। जांच चौकी पर कुल तीन ईएसआई की तैनाती की गई है जिन्हें प्रत्येक दिन तीन शिफ्टों में समेकित जांच चौकी पर झारखंड की ओर से आने वाली वाहनों की जांच करनी है। इनके सहयोग के लिए गृहरक्षक जवानों की टीम भी मौजूद है। बावजूद एक सिविलियन के द्वारा ऐसे ही ट्रक चालकों से फाइल मांग करना समझ परे है। जांच चौकी पर मौजूद सिविलियन व्यक्ति से पद व नाम मिडीया कर्मियों ने पूछा तो वे कुछ भी बताने से इंकार कर दिया और कहने लगा कि जाओ वीडियो बनाओ उससे हमें कोई दिक्कत नहीं है।
ईधर बाद में जांच चौकी पर मौजूद ईएसआई रिया कुमारी ने बताया कि वह सिविलियन व्यक्ति मेरा निजी चालक है। अब सोचने वाली सबसे बड़ी बात यह है कि क्या पदाधिकारियों के चालक अब वाहन जांच करेंगे तो फिर वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों के रूप में तैनात गृहरक्षकों की क्या जरूरत है। सख्ती से फाइल लेकर मैकेनिकल के नाम पर ठगी किया जा रहा है। ट्रक चालकों की मानें तो नेशनल परमीट व बिहार पासिंग होने के बाद भी इनके द्वारा जबरन मैकेनिकल के नाम पर 25 सौ से तीन हजार तक ठगी की जाती है।
हालांकि गाड़ी में प्रेशर हॉर्न, डबल चालक व पॉल्यूशन या परमिट नहीं होने के पर हीं रूपए वसूल करना चाहिए। चालकों ने बताया कि जब हमलोग सौ से दो सौ किलोमीटर हीं प्रत्येक दिन चलते हैं तो डबल चालक रखकर मालिकों को घाटा क्याें लगाएं।लेकिन यहां डबल चालक नहीं रहने पर भी दो हजार रूपए जुर्माना लगाया जा रहा है। परिवहन विभाग की इस प्रकार की अचानक हुई सख्ती से कई ट्रक वाले सड़क को छोड़कर कर दूसरे रूट की सड़कों से बिहार में प्रवेश करने लगे हैं।
जिसके कारण परिवहन विभाग के राजस्व एवं एनएचएआई के टोल प्लाजा के राजस्व वसूली में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। इधर सिविलियन के द्वारा जांच चौकी पर वाहनों से फाइल लेने के बात पर जिला परिवहन पदाधिकारी नवीन कुमार पाण्डेय ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेकर जांच-पड़ताल करते हैं। इस संबंध में एडीटीओ सह डीसीएलआर प्रमोद कुमार ने बताया सरकारी गाइड लाइन के अनुसार हीं राजस्व की प्राप्ति हो रही है। किसी भी अनैतिक प्रक्रिया से राजस्व नहीं लिया जा रहा है। साथ ही सिविलियन कौन है? और क्या कर रहा था? इसकी जानकारी ले रहे हैं।
भईया जी की रिपोर्ट