नवादा : जिले का अकबरपुर अंचल कार्यालय दलालों का अड्डा बनकर रह गया। भूमि विवाद कमने के बजाय और बढ़ता ही जा रहा। सरकार जमीन विवाद का निपटारा करवाने के लिए प्रत्येक शनिवार को थाना स्तर पर जनता दरबार लगा रही है, लेकिन राजस्व कर्मचारी द्वारा सरकार की मंशा पर पानी फेरा जा रहा है। इसका मुख्य कारण यह है राजस्व कर्मचारी अपने काम को नहीं कर सारे कार्यों को दलालों के सहारे करवा रहे हैं।
एक-एक राजस्व कर्मचारी अपने साथ तीन से चार दलाल रखते हैं जो उनके लिए कागजात से लेकर सीओ के मीटिंग तक में जाते हैं और सारे कागजात के मालिक यही बने रहते हैं। कुछ इसी प्रकार का मामला माखर पंचायत भवन में देखने को मिला है, जहां राजस्व कर्मचारी संजीव आनंद खुद कुर्सी पर बैठकर तीन चार दलालों को रखें हुए हैं। जो खतियान, डिमांड और अन्य कागजातों को बहुत ही आसानी से देख रहे हैं।
किसी को परिमार्जन करवाना है चाहे दाखिल खारिज करने की बात आये। सभी कागजातों पर यही लोग डिमांड से देखकर सही और ग़लत लिखते हैं और बाद में लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती हैं। यही दलाल कर्मचारी के लिए रुपये उगाही का मुख्य स्रोत है। ग्रामीणों ने बताया कि सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार बकसंडा, माखर, फतेहपुर आदि हल्का में है। जहां डिमांड में काफी छेड़छाड़ किया गया हैं। ग्रामीणों ने डीएम से ऐसे कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
भईया जी की रिपोर्ट