नवादा : नगर में आरओबी निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। बिहार सरकार द्वारा अपने हिस्से की राशि उपलब्ध करा दी गई है। जल्द ही निविदा होगी और निर्माण कार्य शुरू होगा। रेल मंत्रालय के द्वारा नवादा माल गोदाम के पास रोड ओवर ब्रिज बनाने की स्वीकृति फरवरी 2024 में ही दे दी गई थी। इसके निर्माण पर 174.43 करोड रुपए का खर्च होना है। 99.05 करोड रुपए रेलवे की ओर से पहले ही जारी कर दिया गया था। अब अपने हिस्से का शेष 75.38 करोड़ रुपए बिहार सरकार भी जारी कर दी है।
बिहार कैबिनेट की बैठक में पथ निर्माण विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई । रेलवे द्वारा स्वीकृति के बाद राज्य सरकार के पथ निर्माण विभाग में प्रशासनिक स्वीकृति के लिए मामला लंबित था। सांसद विवेक ठाकुर लगातार इसकी स्वीकृति के लिए प्रयासरत थे।
यहां होना है पुल का निर्माण
किउल-गया रेलखंड पर वारिसलीगंज व नवादा स्टेशन के बीच क्रॉसिंग नंबर 33/ b1 किमी 70/06-07 पर इस आरओबी का निर्माण होगा। 20 फरवरी 2024 की तिथि में लखन लाल मीणा, डायरेक्टर, सिविल इंजीनियर (B&S)-2 और संजय कुमार सिंह मेंबर फाइनेंस के हस्ताक्षर से पुल निर्माण की स्वीकृति का आदेश जारी हुआ था।
आरओबी की यह मांग लंबे समय से नवादा के लोगों के द्वारा की जा रही थी। इस फाटक के पास आरओबी के नहीं रहने से नगर में प्रतिदिन हर घंटे जाम की समस्या उत्पन्न होती है। समस्या तब गहरा गई जब प्लेटफार्म को मालगोदाम से उत्तर दिशा की ओर शिफ्ट कर दिया गया। बहरहाल, रेलवे के बाद बिहार सरकार द्वारा आरओबी निर्माण की स्वीकृति देने और अपने हिस्से की राशि जारी करने से जिले की खासकर नगर वासियों की एक बड़ी मांग पूरी हो गई है।
जानिए कहां से कहां तक होगा पुल का निर्माण
जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार आरओबी का निर्माण सदर अस्तपाल के पास से शुरू होगा और कन्हाई हाई स्कूल के पास जाकर समाप्त होगा। बिहार सरकार की एजेंसी बीएसआरडीसीएल को निर्माण करवाना है। जल्द ही निविदा कराई जाएगी। सदर अस्पताल के पास से पुल आरंभ होगा, जो मालगोदाम के पास से दूसरी ओर सड़क को पार करते हुए कन्हाई स्कूल गेट के पास तक जाकर समाप्त होगा। दूसरी तरफ यूं कह सकते हैं कि कन्हाई हाई स्कूल के पास से पुल शुरू होगा और सदर अस्पताल के पास समाप्त होगा। पुल के नीचे सर्विस रोड भी होगा।
कादिरगंज की ओर आने-जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग की होगी तलाश
पुल निर्माण का काम शुरू होने के बाद नवादा-पकरीबरावां मार्ग पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह से ठप होने की नौबत आएगी। संकीर्ण इलाके में पुल का निर्माण होना है। ऐसी स्थिति में वैकल्पिक मार्ग बनाना होगा।
वीआइपी काॅलोनी वाली सड़क वैकल्पिक मार्ग हो सकता है। इसके लिए रेलवे को केजी रेलखंड पर एक क्रासिंग बनाना होगा। बड़ी वाहनों को समाय के रास्ते कादिरगंज की ओर डायवर्ट किया जा सकता है, लेकिन दो पहिया व चार पहिया वाहन सवार उतनी दूरी तय करना पसंद नहीं करेंगे। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पुल निर्माण का काम शुरू होने के पहले सबकुछ तय कर लिया जाएगा।