पुलिस के हस्तक्षेप से वापस की राशि
नवादा : जिले में सीएसपी संचालकों द्वरा भोले भाले लोगों के खाते से रुपये गायब किये जा रहे हैं। ऐसे में संचालकों से लोगों का विश्वास समाप्त होने लगा है। ताजा मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली के धमनी गांव दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के सीएसपी का बताया जाता है। दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के सीएसपी संचालक जितेंद्र राजवंशी ने रजौली के फरका बुजुर्ग पंचायत की गंगटा गांव निवासी कमलेश यादव की पत्नी शोभा देवी के खाते से 10 हजार रुपये निकाल लिए।
संचालक ने खाते से उड़ाए 10 हजार रुपये
बताया जाता है कि पीड़ित महिला सीएसपी से रुपये निकालने के लिए पहुंची थी। संचालक ने उनसे अंगूठा लगवाया, इसके बाद संचालक ने खाता बंद होने की बात कही और बाद में आने को कहा गया। इसके बाद महिला अपने घर लौट गई। इस बीच महिला के खाते में रहे 10 हजार रुपये गायब हो गए।
बाद में पीड़ित परिवार द्वारा सीएसपी केंद्र पर हंगामा किया गया। डायल 112 की पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना पर पहुंची डायल 112 की पुलिस टीम ने सीएसपी संचालक जितेंद्र राजवंशी, पीड़ित महिला और उसके पुत्र नीतीश कुमार को थाने लेकर आयी, जहां पुलिसिया पूछताछ में थाने में सीएसपी संचालक ने अपनी गलती स्वीकार किया और महिला से ठगी किए गए 10 हज़ार रुपये लौटाने को तैयार हुआ।
महिला ने प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी। पुलिस द्वारा ठग सीएसपी संचालक को कड़ी चेतावनी देने के बाद छोड़ दिया गया। वहीं, पुलिस के हस्तक्षेप पर संचालक ने पैसा लौटा दिया। इस बावत स्थानीय लोगों द्वारा कहा जा रहा है कि पुलिस ने सीएसपी संचालक को कड़ी चेतावनी देकर तो थाने से छोड़ दिया, अब यह ठग किसी और को अपना निशाना नहीं बनाएगा इसकी गारंटी कौन देगा?
भईया जी की रिपोर्ट