नवादा : जिले के मेसकौर प्रखंड क्षेत्र के लव- कुश की जन्मस्थली सह मां सीता की निर्वासन स्थली चर्चित सीतामढ़ी मेले में जातीय सम्मेलन का आगाज हुआ। सम्मेलन का आगाज पासी समाज के एकदिवसीय सम्मेलन से हुआ, जिसमें जिले भर के पासी समाज के लोगों ने भाग लिया और अपने समाज के उत्थान के लिए चर्चा की।
यह मेला जिले का एक प्रमुख सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन है, जो अगहन पूर्णिमा से शुरू होकर एक सप्ताह तक चलता है।मौके पर जिला परिषद उपाध्यक्षा निशा चौधरी ने पासी समाज के विकास की बातें की। उन्होंने कहा पासी समाज का इतिहास बहुत पुराना है, और यह समाज अपने संघर्ष, पराक्रम और सामाजिक योगदान के लिए जाना जाता है। पासी समाज के लोग शिक्षा, राजनीति और व्यवसाय में आगे बढ़ रहे हैं और अपने समाज के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं।
रजौली विधानसभा क्षेत्र से राजद प्रत्याशी व पूर्व जिला परिषद अध्यक्षा पिंकी भारती ने पासी समाज को एकजुट होकर समाज में शिक्षा, समानता,विकास , एकजुटता और जागरूकता की बात कही। मौके पर सीतामढ़ी मेले में पासी समाज के लोगों ने अपने मंदिरों में पूजा-अर्चना किया और सामाजिक गतिविधियों में भाग लिया। भाजपा नेता सुरेन्द्र चौधरी ने पासी धर्मशाला परिसर में पासी समाज के महापुरुषों और वीरांगना की प्रतिमा लगाने की बात कही,जिसमें उन्होंने आर्थिक सहयोग किया।
समाजसेवी पड़कन चौधरी ने मेले परिसर में रहे समाज के लोगों से एकजुट होकर पासी भवन बनवाने और विकास की बात कही। इस मौके पर शेरू चौधरी, के के चौधरी अधिवक्ता, गुड्डू चौधरी ,राजेंद्र भारती, शंभू चौधरी ,प्रिंस कुमार, राजेश कुमार शेरा, सुनील चौधरी, अनुज चौधरी पूर्व मुखिया, गोरेलाल चौधरी समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए। मंच का संचालन इंद्रदेव चौधरी ने किया। बता दें कि मेला परिसर में सभी जातियों का अपना-अपना मंदिर है, जहां सामाजिक मिलन करते हैं। यह मेला जिले की सांस्कृतिक पहचान का एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
भईया जी की रिपोर्ट