नवादा : डीपीओ साहिबा! पाप छुपता है क्या? आप लाख बचाओ, बचा पाओगे? जी हां! यहां हम बात कर रहे हैं जिले के अकबरपुर प्रखंड सकरपुरा पंचायत मारुफपुर गांव की आंगनबाड़ी सेविका विन्दू कुमारी पति जितेन्द्र कुमार का। वार्ड सदस्य सास व पतोहु ने मिलकर मनरेगा में जो खेल खेला उसकी परत दर परत खुलने लगी है।
उक्त मामले को मनरेगा लोकपाल ले जाया गया था। लोकपाल ने इसकी गंभीरता को देखते हुए प्रखंड प्रोग्राम पदाधिकारी से जाब कार्ड का सत्यापन कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का आदेश निर्गत किया है। वैसे इस प्रकरण में प्रोग्राम पदाधिकारी के साथ पंचायत रोजगार सेवक भी दोषी है। बावजूद उन्हें जाब कार्ड का सत्यापन तो करना ही होगा। इसे झूठला पाना मुश्किल ही नहीं असंभव होगा। क्योंकि सारा दस्तावेज मनरेगा पोर्टल पर अपलोड है।
वैसे में एक कहावत
बकरे की मां कबतक सलामती की दुआ करती रहेगी। डीपीओ साहिबा? कबतक बचाती रहेगी। सवाल पूछा जाने लगा है।
भईया जी की रिपोर्ट