नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल थाना क्षेत्र में मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जंगली हाथियों का आतंक खत्म भी नहीं हुआ कि बुधवार को जोगाचक गांव में भीषण अगलगी ने किसानों पर नई आफत ढा दी। गांव स्थित खलिहान में अचानक लगी आग ने देखते-देखते एक दर्जन किसानों का धान व बिचाली जलाकर राख कर दिया। घटना कौआकोल–पकरीबरावां पथ किनारे बने खलिहान में हुई, जहां अचानक आग की लपटें उठने लगीं। धान के ढेर और बिचाली धूं-धूं कर जलने लगे।
सूचना पर ग्रामीणों ने तुरंत अग्निशमन दल को बुलाया। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक किसानों की मेहनत की पूरी फसल खाक हो चुकी थी। जानकारी के अनुसार गिरजा देवी, शंकर राय, धर्मेंद्र कुमार, विक्रम मिस्त्री, रविंद्र राय, गुड़िया खातून, विजय राय, सरयुग मिस्त्री, जागेश्वर मिस्त्री, केशव मिस्त्री, जानकी साव, केशरी देवी व आज़ाद राय का धान व बिचाली जलकर पूरी तरह नष्ट हो गया। अनुमान है कि कुल मिलाकर 20 लाख रुपये से अधिक की क्षति हुई है।
अगलगी की इस घटना से क्षेत्र में दहशत और निराशा फैल गई है। किसान प्राकृतिक और दुर्घटनजन्य दोनों तरह की मार झेलने को मजबूर हैं। प्रशासनिक स्तर पर जांच व मुआवजा प्रक्रिया शुरू किए जाने की मांग तेज हो गई है। बता दें इसके पूर्व गोविंदपुर प्रखंड क्षेत्र के घुड़मुड़िया गांव के संजय राम के खलिहान में लगी आग में तकरीबन एक लाख रुपए मूल्य का धान बिचाली जलकर खाक हो चुका है।
भईया जी की रिपोर्ट