नवादा : जिले के आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिकाओं का फर्जी आवासीय पर मनचाहा पोस्टिंग कराना महंगा साबित हो सकता है। वैसे पदस्थापना में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस निरुपमा शंकर की भूमिका भी संदेह के घेरे में है जिसकी जांच होनी है। जांच का आदेश 22/11/25 दिये अपने फैसले में लोक शिकायात निवारण पदाधिकारी शंभु शरण पाण्डेय ने उप विकास आयुक्त को सौंपा है।
क्या है मामला
जिले के दो आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिकाओं आशा किरण व प्रभावती कुमारी ने फर्जी आवासीय प्रमाणपत्र के आधार पर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी से सांठगांठ कर मनचाहा पोस्टिंग करा लिया था। उक्त मामले को जिले के बहुचर्चित आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चिल ने प्रमुखता से उठाया था। लोक शिकायत में मामला दर्ज कराया गया था।
मामले की गहन सुनवाई के साथ उपलब्ध कराये गये साक्ष्य के आलोक में पाण्डेय ने उप विकास आयुक्त को मामले की जांच कर 30 दिनों के अंदर समुचित कार्रवाई आरंभ कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का आदेश निर्गत किया है। ऐसे में दोनों की मुश्किलें बढ़ गयी है। बता दें इसके पूर्व दिये गये एक निर्णय में लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी शंभु शरण पाण्डेय ने उप विकास आयुक्त को जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस निरुपमा शंकर द्वारा फर्जी निरीक्षण की जांच कर 30 दिनों के अंदर कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश निर्गत कर चुके हैं। इस प्रकार दोहरी जांच से मुश्किलें कमने के बजाय बढ़ती जा रही है।
भईया जी की रिपोर्ट