नवादा : वर्षों से किसी दबंग नेता के चंगुल में रहकर बंधुआ मजदूर बने सदर प्रखंड के जमुआंवा पटवासराय पंचायत की मुखिया वीरेंद्र मांझी को पूर्व श्रम राज्य मंत्री राजबल्लभ प्रसाद ने पंचायत के हजारों जनता जनार्दन के समक्ष मुक्त करा शक्ति के प्रतीक न्याय दंडिका प्रदान कर मुखिया के संवैधानिक ताकतों से लैस कर दिया।पंचायत की अषाढी गांव में आयोजित विशेष जनसभा में पंचायत के हजारों महिला पुरुष बच्चे बुजुर्ग शामिल हुए जिसकी अध्यक्षता पूर्व प्रमुख कुलदीप यादव ने की जबकि मंच का संचालन राज कृष्णा ट्रस्ट के पदाधिकारी शंभू विश्वकर्मा ने किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए राजबल्लभ प्रसाद ने मुखिया वीरेंद्र मांझी की ईमानदारी और निष्ठा की प्रशंसा की और कहा कि अबतक इनके अधिकार का दुरुपयोग किया जा रहा था और बंधुआ की तरह व्यवहार किया जा रहा था । एक ओर कोई मुखिया कुछ ही महीनों में चारपहिया वाहन का मालिक हो जाता है तो दूसरी ओर चार साल से मुखिया रहने के बावजूद इनके शरीर पर ढंग का कपड़ा भी मौजूद नहीं है। उन्होंने मंच से वीरेंद्र मांझी को अंग वस्त्र एवं बुक्के प्रदान कर सम्मानित किया और पूरी स्वतंत्रता के साथ पंचायत का विकास करने का आग्रह किया।
उन्होंने मौके पर जनता के कई महत्वपूर्ण योजनाओं के आवेदन सौंपते हुए स्पष्ट कहा कि अब किसी के दबाव या धमकियों से बिना डरे कल्याणकारी योजनाओं पर काम शुरू कर दें। मुखिया वीरेंद्र मांझी ने कहा कि पूर्व श्रम राज्य मंत्री राजबल्लभ प्रसाद ने हजारों जनता के सामने मेरा मान सम्मान बढ़ाया है और अब लगता है कि मैं आज ही इस पंचायत का मुखिया बना हूं। उन्होंने क्षेत्र में ईमानदारी के साथ विकास कार्य करने का आश्वासन दिया। मंच पर जदयू जिला अध्यक्ष मुकेश विद्यार्थी, प्रवक्ता जयशंकर चंद्रवंशी, अनिल प्रसाद सिंह, अरुण कुमार सिन्हा, दिलीप पासवान समेत दर्जनों नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।
भईया जी की रिपोर्ट