-दो कमरे में दो बूथ, दो हजार मतदाता
नवादा : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अधिकारियों द्वारा किए गए बूथ निर्धारण में सामंजस्य का घोर अभाव देखा जा रहा है। जिस प्रकार मतदाताओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, मतदाताओं की सुविधा में वृद्धि के बजाय कमी होती जा रही है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जी हां! यहां हम बात कर रहे हैं हिसुआ विधानसभा क्षेत्र के अकबरपुर प्रखंड शेरपुर-शाहपुर गांव की। कहने को यहां शेरपुर-शाहपुर के अल्पसंख्यक समुदाय के लिए एक ही विद्यालय में दो बूथ बनाए गए हैं।
विद्यालय दो कमरे का है। ऐसे में एक-एक बूथ बनाए गए हैं लेकिन मानक का ख्याल नहीं रखा गया। अब सबसे बड़ा सवाल क्या यहां मतदाता बेख़ौफ़ मतदान कर सकेंगे? विद्यालय के पास इतना स्थान नहीं है जहां बुजुर्ग व महिला मतदाता कहीं बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर सकें। खुले आसमान में धूप में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार संभव नहीं। अगर किसी कारणवश भगदड़ हुई तो विद्यालय के पीछे बड़े सिंचाई पैन में भागने के क्रम में बढ़े हादसे की संभावना है सो अलग।
कमोवेश यही स्थिति नेजामा विद्यालय में दो कमरे में बनाये गये दो बूथों की है। सबसे मुश्किल तो मतदान कर्मियों को होना है। आखिर वे रहेंगे कहां? ऐसे में जिला प्रशासन को अतिरिक्त व्यवस्था सुनिश्चित करने की आवश्यकता है जिसकी मांग मतदाताओं द्वारा की जाने लगी है।
भईया जी की रिपोर्ट