नवादा : बिहार विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है। लगभग सभी राजनीतिक दलों से जुड़े और निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दर्ज करा लिया है। ऐसे में सबसे रोचक जानकारी उम्मीदवारों के हलफनामों से निकल कर आ रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस प्रत्याशी सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह को लेकर कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
बता दें कि चुनावी हलफनामे में इनकी संपत्ति कितनी है, कैसी छवि है सहित अन्य जानकारियां सामने आती हैं। इससे मतदाताओं को अपने नेता के बारे में कई तरह की जानकारी मिलती है। इसी हलफनामा के आधार पर अब चर्चा हो रही है कांग्रेस प्रत्याशी सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह की। हलफनामे के जरिए सामने आया उनका आर्थिक और कानूनी प्रोफाइल चर्चा में है। उम्र 53 वर्ष और शैक्षणिक योग्यता स्नातक। इसके अलावा उनके हलफनामे में जो ब्योरा दर्ज है, वह मतदाताओं के लिए सस्पेंस से कम नहीं।
हलफनामे से मिली जानकारी के मुताबिक सतीश कुमार के खिलाफ सरकारी आदेश का पालन नहीं करने का एक मामला दर्ज है। हालांकि वे खुद को सामाजिक और जनसेवा से जुड़ी बताते हैं।संपत्ति को लेकर भी चौंकाने वाली बात सामने आई है। कागजों में उनके आर्थिक ग्राफ के दो पहलू सामने आए हैं। एक तरफ करोड़ों की संपत्ति, तो दूसरी ओर लाखों का कर्ज।
कितने की संपत्ति और कितना कर्ज
हलफनामे के मुताबिक, सतीश कुमार के पास 70 हजार रुपये नकद, 200 ग्राम सोना है। कुल मिलाकर 1 करोड़ 1 लाख 71 हजार 562 रुपये की चल-अचल संपत्ति है। उनकी पत्नी के नाम भी 35 लाख 54 हजार 896 रुपये की संपत्ति दर्ज है। दोनों के पास 200 ग्राम सोना और 1500 ग्राम चांदी है, जो घरेलू आभूषणों में गिनी गई है।
वहीं दूसरी ओर इस दौलत के साथ एक भारी बोझ भी जुड़ा है। 45 लाख 93 हजार रुपये का लोन:- सतीश के नाम जहां 51 लाख 75 हजार रुपये का कर्ज है, वहीं पत्नी के नाम 22 लाख 78 हजार रुपये का लोन है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या यह कर्ज चुनाव प्रचार में बाधा बनेगा या आर्थिक मजबूती का हिस्सा माना जाएगा?
संपत्ति बनाम कर्ज बना सस्पेंस
इधर, राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस प्रत्याशी सतीश कुमार अपने साफ छवि और स्थानीय जुड़ाव पर भरोसा कर रहे हैं। लेकिन विरोधी उनके ऊपर दर्ज केस और लोन को मुद्दा बनाने से पीछे नहीं हटेंगे। अब देखना दिलचस्प होगा कि मतदाता उनके ‘संपत्ति बनाम कर्ज’ के इस सस्पेंस पर क्या रुख अपनाते हैं।
भईया जी की रिपोर्ट