नवादा : नगर थानाध्यक्ष ने पहले प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार कर दिया और जब काफी जद्दोजहद के बाद प्राथमिकी दर्ज की तब एक माह बाद भी कार्रवाई आरंभ तक नहीं की। ऐसे में सवाल पूछा जाने लगा है, ऐसे में अपराध व अपराधियों पर लगाम कैसे लगेगा एसपी साहेब?
क्या है मामला
जिले के सदर अंचल कार्यालय भू-माफिया का अड्डा बना हुआ है। राजस्व कर्मचारी व अंचल अधिकारी की मिलीभगत से फर्जी रजिस्ट्री के माध्यम से वैसे भूमि का जिसका पूर्व से रजिस्ट्री हो चुका है डिमांड तोड़ फर्जी रसीद काटी जा रही है। ऐसे में भूमि विवाद को सुलझाने के बजाय बढ़ाया जा रहा है।इसी प्रकार का एक मामला नगर थाना में दर्ज कराया गया है।
चूंकि मामला अंचल अधिकारी व राजस्व कर्मचारी से जुड़ा था ऐसे में थानाध्यक्ष द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने में पहले आनाकानी की और जब काफी जद्दोजहद के बाद प्राथमिकी दर्ज की तो एक माह बाद भी कार्रवाई आरंभ न कर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है।
सदर अंचल महुली गांव के विरेन्द्र पासवान पिता स्व रामेश्वर पासवान द्वारा थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में कहा है कि अपने भाई जयराम पासवान व राजेंद्र पासवान के साथ मिलकर महुली थाना नम्बर 390 के खाता नम्बर 33 प्लाट 1526 रकबा 37 डिसमिल में से साढ़े अठारह डिसमिल जमीन विधवा फुलिया देवी पति स्व किशुन रविदास से के वाला नम्बर 11163 के माध्यम से दिनांक 31/8/2000 को खरीदा था।
निवर्तमान अंचल अधिकारी व राजस्व कर्मचारी की मिलीभगत से उक्त भूमि का फर्जी के वाला नगर के कचहरी रोड निवासी उषा देवी पति परमानंद प्रसाद के नाम जिसका के वाला नम्बर 3086 रकबा 22 डिसमिल है का दाखिल खारिज 22 के बजाय 37 डिसमिल का कर रसीद काटी जा रही है। आश्चर्य यह कि उक्त भूमि का केवाला फुलिया देवी का फर्जी रिश्तेदार वारिसलीगंज नगर पंचायत अम्बेडकर नगर के परबतिया देवी पति राजू दास द्वारा किया गया है जो पूर्णतः फर्जीवाड़े पर आधारित है। थाने में प्राथमिकी दर्ज हुये एक माह से अधिक का समय व्यतीत होने के बावजूद कार्रवाई तो दूर अबतक मामले की जांच तक आरंभ नहीं किये जाने से घोटालेबाजों का हौसला बुलंद हैं।
भईया जी की रिपोर्ट