नवादा : जिले के रजौली प्रखंड क्षेत्र के सीईओ व बीआरसी के एक कर्मी द्वारा शिक्षकों के साथ किये जा रहे अभद्र व्यवहार से गुस्सा भड़कने लगा है। शिक्षकों ने विद्यालय संचालन के बाद बैठक का आयोजन इंटर विद्यालय रजौली में चंदन कुमार की अध्यक्षता में किया गया। प्रखंड के शिक्षकों ने एक स्वर में कहा कि हम सभी शिक्षक शिक्षा विभाग के निर्देश का अक्षरशः पालन करते रहें हैं।यहां तक कि हम सभी शिक्षक अपने संघ के निर्देश को दरकिनार कर सक्षमता परीक्षा में सम्मिलित हुए।उतीर्णता के बाद 15 हजार रुपये कम 8 माह से दिया जा रहा है। फिर भी अपना कर्तव्य ईमानदारीपूर्वक कर रहें हैं। इसका प्रभाव विशिष्ट शिक्षकों के परिवार पर पड़ रहा है।परन्तु शिक्षक सहनशीलता का परिचय दे रहें हैं।
अब स्थानीय स्तर पर भी शिक्षकों को शिक्षा से अलग समस्या से जूझना पड़ रहा है। पायलट प्रोजेक्ट एमडीएम में बिना नियम कानून के कई बार पत्र निकालकर अलग एमडीएम प्रभारी बनाया जाता है। एक बार 60 शिक्षक को पत्र द्वारा एमडीएम प्रभारी बदल दिया गया। बीआरसी में प्रतिनियुक्त बीइओ और दो कर्मी में एक कर्मी जो 15 वर्षों से कार्यरत हैं शिक्षकों को अपमानित कर रहें हैं।
सभी भ्रष्टाचार में लिप्त रहकर शिक्षकों को तुम तराम भाषा का प्रयोग करने लगे है। ऐसे में शिक्षक मानसिक तनाव में रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन नही कर पा रहें हैं। बीआरसी में प्रतिनियुक्त कर्मी आपस में राजनीति करते हैं। शिकार शिक्षक होता है।शिक्षक इस तरह से समस्यासहित गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना असम्भव है। बीआरसी में नहीं लेकर अन्यत्र विद्यालय में लिए जाने के कारण भी उस विद्यालय के शिक्षको को जूझना पड़ता है। जबकि बीआरसी या सीआरसी में उपयोगिता लिया जा सकता है।
बैठक में शिक्षक नेता अजित कुमार, सुशील कुमार दानी, रितेश कुमार, राजेश कुमार, अमित कुमार सुजीत, राजीव कुमार, सुनिल कुमार, जयराम कुमार, उमेश रविदास, संजय कुमार, ओमप्रकाश आर्य, राजन कुमार, राकेश सिंह, समदर्शी सर, कुलदीप कुमार, भोला सर, मनोज कुमार, मिथलेश कुमार, राजीव रंजन, मिथलेश पासवान आदि उपस्थित थे। सभी ने जिला पदाधिकारी,जिला शिक्षा पदाधिकारी से मांग किया है कि यहां सभी कर्मी की जांच कर यहां से स्थानांतरित करने की कृपा करें ताकि शिक्षकों की सम्मान का रक्षा हो सके।
भईया जी की रिपोर्ट