नवादा : जिले में लिपिक संवर्ग का एक ऐसा काकस सक्रिय है जो अधिकारियों पर दबाव बनाकर एक ही स्थान पर वर्षों जमे रहने में सफल रहते हैं। इस प्रकार के लिपिक सभी विभागों में आज भी बने हुए हैं। आश्चर्य तो तब होता है जब डीएम खुद दबाव में आकर ऐसा करने को मजबूर हो जाते हैं तब फिर शेष अधिकारियों का कहना ही क्या? इसी प्रकार का एक मामला सामने आया है। डीएम ने 23/06/25 को 04/2025-2026 ज्ञापांक 408 स्थापना के द्वारा 48 लिपिकों का तबादला किया गया था।
स्थानांतरण के बाद सभी ने अपने अपने नये स्थान पर योगदान दिया था। स्थानांतरित होने वाले में जिला राजस्व शाखा के प्रधान लिपिक कृष्ण मुरारी, विजय कुमार उच्च वर्गीय लिपिक सदर एसडीओ गोपनीय शाखा आदि शामिल हैं। इनमें से कृष्ण मुरारी को रोह प्रखंड कार्यालय एवं विजय कुमार को राजस्व शाखा स्थानांतरित किया गया है था। सभी ने अपने अपने स्थानांतरित स्थान पर योगदान दिया था। आश्चर्य तब हुआ जब मात्र 41 दिन में ही यानी कि 2 अगस्त 25 को कृष्ण मुरारी को राजस्व व विजय कुमार को सदर एसडीओ गोपनीय शाखा में प्रतिनियुक्त कर दिया।
बता दें राजस्व शाखा में पूर्व से श्याम नंदन कुमार कार्यरत हैं। यानी कि एक ही पद पर दो दो प्रधान लिपिकों की तैनाती कर नयी परंपरा की शुरुआत हुई है। और तो और सदर एसडीओ गोपनीय शाखा में पूर्व से कार्यरत स्टेनो आनंद किशोर का तबादला हिसुआ प्रखंड कार्यालय किया गया जहां स्टेनो का पद हैं ही नहीं। माना जा रहा है कि ऐसा बिहार विधानसभा चुनाव में अनुचित लाभ दिलाने के लिए किया गया है। इस बावत जिले के बहुचर्चित आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चिल ने चुनाव आयोग को ईमेल भेजकर मामले की जांचोपरांत संबंधित पर कार्रवाई सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।
भईया जी की रिपोर्ट