नवादा : जिले में संभवतः ऐसा दूसरी बार हुआ जब किसी शिक्षिका की विदाई में हर कोई फूट फूटकर रोये। आमतौर पर शिक्षकों व शिक्षिकाओं की विदाई समारोह में स्कूली कर्मी के अलावा छात्र-छात्राएं मौजूद रहती है। लेकिन जिले के गोविंदपुर प्रखंड मुख्यालय बाजार उर्दू प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका मुसर्रत जबीं की स्थानांतरण के बाद विदाई समारोह में पूरे पंचायत के लोग उमड़ पड़े। गोविंदपुर मध्य विद्यालय प्रधानाध्यापक अलखदेव यादव की विदाई के गोविंदपुर प्रखंड में ऐसा दूसरी बार हुआ।
इसके पूर्व 1962 में अकबरपुर प्रखंड मुख्यालय मध्य विद्यालय प्रधानाध्यापक राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित स्व देवनाथ सिंह की विदाई समारोह में न केवल पूरा प्रखंड उमड़ पड़ा था बल्कि अकबरपुर पंचायत के घरों में चूल्हा तक नहीं जला था। कारण स्पष्ट था उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में एक अलग मिसाल पेश की थी। ठीक उसी प्रकार मुसर्रत जबीं ने विद्यालय व उसके बाहर एक ऐसा परिवार खड़ा किया था कि आज विदाई के समय वह देखने को मिला जिसका कोई उदाहरण नहीं। जी हां! ऐसा मैं नहीं कह रहा हूं। आप भी वीडियो में देखिए कैसा था वह पल। काश! जिले के शिक्षक इससे कुछ सबक सिख लें तो शिक्षा जगत धन्य हो जाय।
भईया जी की रिपोर्ट