नवादा : कहते हैं जब जनप्रतिनिधि थानेदार का करने लगें चरण बंदना तो आम जनता का मालिक भगवान ही है। कुछ इसी प्रकार की स्थिति पिछले दिन जिले के पकरीबरांवा में मुहर्रम को ले आयोजित शांति समिति की बैठक में देखने और सुनने को मिली। वह वैसे जनप्रतिनिधि ने जो पूर्व प्रखण्ड प्रमुख की कुर्सी को सुशोभित कर वर्तमान में पंचायत समिति सदस्य हो।
उनके उद्गार के बीडियो वायरल होते ही प्रखण्ड में चर्चा का बाजार गर्म है। आश्चर्य यह कि वैसे पदाधिकारी का गुणगान किया गया जिनकी काली करतूतें जग जाहिर है। जिनके कार्यकाल में हाल में न्यायालय ने प्रतिकूल टिप्पणी की हो वह राम राज्य का क्या लायेगा। राम राज्य किसे कहते हैं इसकी जानकारी उन्हें है भी या नहीं?
जिस जिले में मां समेत दो बेटीयों की सामूहिक हत्या होती है, जहां नाबालिग बृद्ध महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म होता हो, दोपहिया- चार पहिया वाहन की चोरी होती के साथ लूटपाट व साइबर अपराध की घटनाएं होती हो, पत्रकारों को मुकदमे में फंसाने का षड्यंत्र किया जाता हो वहां राम राज्य? धन्य हैं पकरीबरांवा के जनप्रतिनिधि जिन्हें राम राज्य की जानकारी तक नहीं। जिले के नागरिक उनसे जानना चाहते हैं कि क्या उक्त थानेदार के कार्यकाल में अबैध शराब, बालू, हत्या, वाहन चोरी, दुष्कर्म आदि की एक घटना भी नहीं हुई? अगर हुई तो फिर राम राज्य कैसा?
भईया जी की रिपोर्ट