नवादा : जिला जन सुराज के जिला संगठन पदाधिकारियों ने पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा किया कि कैसे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने किशनगंज स्थित माता गुजरी मेडिकल कॉलेज (सिख माइनॉरिटी कॉलेज) पर पिछले 25 वर्षों से कब्जा कर रखा है।
जिला अध्यक्ष ने बताया कि माता गुजरी मेडिकल कॉलेज के संस्थापक सरदार मोलेश्वर सिंह है। उनके पुत्र करतार सिंह (आजीवन ट्रस्टी) और गुरुदयाल सिंह ट्रस्टी बनाए गए थे पर दिलीप जायसवाल ने ट्रस्ट एक्ट, रजिस्ट्रेशन एक्ट का उल्लंघन कर उन्हें धोखे से ट्रस्टी पद से हटा दियाऔर फिर स्वयं एमजीएम कॉलेज के डायरेक्टर बन गए जिसमें एक समय वो क्लर्क हुआ करते थे। ट्रस्ट में दो तिहाई (2/3) हिस्सा सिख समुदाय का होना चाहिए, लेकिन इसकी भी पूरी तरह से अनदेखी की गई है।
जिला अध्यक्ष ने बताया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पिछले 25 वर्षों से गैरकानूनी, अवैध तरीकों और हर स्तर पर अनियमितताओं के माध्यम से अल्पसंख्यक सिख कॉलेज पर कब्जा कर रखा है। करतार सिंह के जरिए उन्होंने पहले परिवार के दूसरे ट्रस्टी गुरुदयाल सिंह को ट्रस्ट से बाहर करवाया और फिर खुद करतार सिंह पर दबाव बनाकर उन्हें किशनगंज छोड़ने पर मजबूर कर दिया। इसके साथ ही दिलीप जायसवाल पर कॉलेज से जुड़े राजेश साह की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। जिस पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच की और दिलीप जायसवाल को क्लीन चिट दी, उनकी पत्नी ने उसी माता गुजरी कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूरे मामले में जितने दोषी दिलीप जायसवाल हैं उतने ही जिम्मेदार राजद वाले भी है। ऐसा इसलिए क्योंकि दिलीप जायसवाल के कॉलेज पर कब्जा करने की शुरुआत राजद के कार्यकाल में ही हुई थी। 25 वर्षों में राजद ने इसपर कभी कोई सवाल नहीं उठाया क्योंकि राजद नेता राबड़ी देवी जी कहती है कि दिलीप जायसवाल उनके मुंह बोले भाई है।
आपको बता दें कि लालू जी के साले के परिवार के कई सदस्यों ने दिलीप जायसवाल के कब्जे वाले कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है। अनेक नेताओं और अफसरों के परिवार के सदस्यों को मैनेजमेंट कोटे से एडमिशन देकर एमबीबीएस की डिग्री दिलवाई गई है। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि जब व्यक्तिगत लाभ की बात आती है तो भाजपा, जदयू, राजद सभी हाथ मिला लेते हैं, जो इस मामले से स्पष्ट है। जन सुराज की मांग है कि कॉलेज के असली मालिक सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार को उनका हक मिले, राजेश साह की हत्या की दोबारा निष्पक्ष जांच हो और इस मामले की गंभीरता को देखते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
भईया जी की रिपोर्ट