नवादा : जिला मुख्यालय में सोमवार को ताजिया जुलूस के दौरान बुंदेलाबाग मैदान से डीएम ऑफिस के कर्बला तक निकले जुलूस में कुछ युवकों ने फिलिस्तीनी झंडा लहराया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस कैंप के पास एक गाड़ी में कुछ युवकों द्वारा फिलस्तीनी झंडा लहराया जा रहा है।प्रशासन द्वारा जुलूस शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए व्यापक पैमाने पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बलों की तैनाती की गयी थी।
इसके साथ ही सीसीटीवी, वीडियोग्राफी व ड्रोन कैमरे का उपयोग किया जा रहा था। लेकिन किसी की नजर फिलस्तीनी झंडा पर नहीं पड़ा या फिर जानबूझकर अनदेखी की गयी। यहां तक कि किसी ने इस कुकृत्य को रोकने का प्रयास तक नहीं किया। जुलूस प्रशासनिक पदाधिकारियों से लेकर शांति समिति के सदस्यों की नजरों के सामने से गुजरता रहा लेकिन ऐसे तत्वों की अनदेखी ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया। ऐसा पहली बार हुआ ऐसी भी बात नहीं है इसके पूर्व भी जिले के कई स्थानों पर पाकिस्तानी झंडे फहराए जा चुके हैं। प्रशासन हर बार कार्रवाई का भरोसा दिलाती रही लेकिन इतिहास गवाह है अबतक किसी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई।
इस बार भी प्रशासन कार्रवाई का आश्वासन दे रही है लेकिन कार्रवाई होगी भी इसमें संदेह है। अब सबसे बड़ा सवाल ऐसा कौन तत्व है जो हर बार माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया करता है? इसके क्या फायदे हैं? सिर्फ जिला मुख्यालय ही नहीं बल्कि अकबरपुर में भी कुछ शरारती तत्वों द्वारा माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया लेकिन स्थानीय बुद्धिजीवियों के प्रयास से इसे विफल कर दिया गया। जाहिर इस कुकृत्य से किसी का भला होने वाला नहीं है बावजूद ऐसा कर वे खुद हास्य के पात्र बन रहे हैं।
भईया जी की रिपोर्ट