नवादा : साइबर अपराधी प्रतिदिन नए-नए तरकीब निकालकर लोगों को ठगने का काम कर रहा है। कभी ब्रांडेड कंपनी, गैस एजेंसी, पेट्रोल पम्प का एजेंसी दिलाने, सस्ते दर पर ऋण दिलाने तो कभी एसएमएस के माध्यम से मैसेज भेजकर भोले-भाले लोगों को ठगने का काम कर रहा है। पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार व एसपी अभिनव धीमान के आदेश पर साइबर अपराधियों का जड़ मूल समाप्त करने को ले पुलिस ऑपरेशन फायरवॉल चला रही है। इस बावत बुधवार को पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी ने बताया कि स्थानीय थाना पुलिस को थाना क्षेत्र के चकवाय पंचयात अंतर्गत बाघी फिल्ड स्थित बरगद के पेड़ के पास बैठकर ठगी करने की सूचना पुलिस को मिली। सूचना से वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया गया।
सूचना बाद एसपी ने पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी तथा वारिसलीगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रूपेश कुमार सिन्हा के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर कार्रवाई का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि गठित टीम ने उक्त स्थान की घेराबंदी कर 9 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया, जबकि कई ठग पुलिस को देखकर भागने में सफल रहा। एसडीपीओ श्री चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार ठगों के पास से 12 मोबाइल, एक रजिस्टर तथा एक पेज का कस्टमर डाटा बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधी बजाज फाईनेंस के अलावा अन्य फाईनेंस कम्पनी से सस्ते दर पर लोन दिलाने के नाम पर ठगने का काम करता था।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सभी ठगों के विरूद्ध वारिसलीगंज थाना कांड संख्या-336/25 दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस गिरफ्त में आये सभी ठगों ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि संगठित गिरोह के सरगना के निर्देश पर कार्य करते है। उन्हें राशि ठगी करने के एबज में बंधी बंधाई हिस्सेदारी मिलती है। ज्ञात हो कि स्थानीय थाना पुलिस तथा साइबर थाना पुलिस के द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई से साइबर अपराधियों में हड़कंप व्याप्त है। मौके पर वारिसलीगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रूपेश कुमार सिन्हा, अपर थानाध्यक्ष संजय कुमार, एसआई अभिषेक कुमार, एसआई जयप्रकाश कुमार, एएसआई पप्पू कुमार तथा पीटीसी लोकेश कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मी मौजूद थे।
गिरफ्तार ठगों की सूची
इस बाबत एसडीपीओ श्री चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार ठगों में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के चकवाय पंचयात अंतर्गत मीरबीघा गांव निवासी सत्येंद्र प्रसाद का 25 वर्षीय पुत्र सुधांशु कुमार, विजय पासवान के 25 वर्षीय पुत्र विक्की कुमार, अर्जुन राम के 25 वर्षीय पुत्र राजेश कुमार, द्वारिका ठाकुर के 25 वर्षीय पुत्र सुधीर कुमार, रामबृक्ष पासवान के 35 वर्षीय पुत्र गौतम कुमार, स्व प्रेमन पंडित के 40 वर्षीय पुत्र अरविंद पंडित, अनिल मिस्त्री के 20 वर्षीय पुत्र मंटू कुमार, राजेंद्र पंडित के 27 वर्षीय पुत्र सूरज कुमार तथा झारखंड राज्य अंतर्गत बोकारो जिला के वेरमो वर्तमान में मीरबीघा गांव निवासी जगदीश शर्मा के 29 वर्षीय पुत्र संतोष कुमार शामिल है।
इसके अलावा फरार होने में सफल रहे 15 साइबर अपराधियों को चिन्हित कर नामजद अभियुक्त बनाया गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार साइबर ठगों से पूछताछ के दौरान बताया कि सभी लोग सुनसान स्थान पर बैठकर बजाज फाईनेंस से सस्ते दर पर लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी का काम करते थे। बताया गया कि गिरोह का कंपनी कमांडर साइबर ठगो को कस्टमर डाटा उपलब्ध कराकर उसमें अंकित नाम और मोबाइल नंबर पर सम्पर्क कर उससे प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर पैसे मांगते है।
ऑपरेशन फायरवॉल के तहत मई से 24 जून तक 29 साइबर अपराधी गिरफ्तार
थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रुपेश कुमार सिन्हा ने बताया कि ऑपरेशन फायरवॉल के तहत वारिसलीगंज थाना पुलिस ने दर्जनों साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज चुकी है। उन्होंने बताया कि 23 मई से 24 जून 2025 तक थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में छापेमारी कर कुल 29 ठगों को गिरफ्तार किया गया है।
कम समय में अधिक धन कमाने की ललक में ठगी में रोजगार का जरिया बना रहे हैं युवा
ज्ञात हो कि दो सप्ताह के अंदर वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों से इस वर्ष दर्जन से अधिक साइबर ठगों की गिरफ्तारी हुई है, बावजूद साइबर ठगी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रुके भी तो कैसे घर बैठे बिना पूंजी के बहुत ही कम समय में लखपति- करोड़पति बनने की ललक में 14 वर्ष के बालकों से लेकर 45-50 वर्ष उम्र के युवा ठगी के धंधे को कारोबार बना रखा है। ठग गिरोह के सरगना साइबर ठगी से अकूत संपति अर्जित करते है। ठगी गई राशि से शहरों में बड़े-बडे मकान एवं मॉल या होटल संचालित कर रखा है। हालांकि क्षेत्र के विभिन्न गांवों से अब तक विभिन्न राज्यों की पुलिस सैकड़ों नामित साइबर बदमाशों गिरफ्तार कर अपने साथ ले जा चुकी है, बावजूद क्षेत्र में कोई रोजगार का मजबूत आधार नहीं होने के कारण युवा वर्ग घर बैठे कमाई करने के लिए ठगी को धंधा बना रहे हैं।
भईया जी की रिपोर्ट