नवादा : झारखंड राज्य की कोडरमा घाटी में नेशनल हाईवे पर 15 जून की रात्री छपरा के स्वर्ण व्यवसायी दीपक गुप्ता से 80 लाख रुपये मूल्य के सोने के बिस्कुट की लूट का उद्भेदन कोडरमा पुलिस ने किया है। कोडरमा पुलिस ने रजौली पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर लूट में संलिप्त दो वाहनों को जब्त कर साथ लूट के 800 ग्राम सोने में से 673.7 ग्राम सोने के बिस्कुट को बरामद किया है, जिसका बाजार मूल्य लगभग 70 लाख रुपये है।
लूटकांड में शामिल रजौली नगर पंचायत के उपमुख्य पर्षद पुत्र समेत पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में रजौली नगर पंचायत के उपमुख्य पार्षद फिरोजा खातून के पुत्र मो कासिम, पुरानी बस स्टैंड निवासी राजेश कुमार चौधरी के पुत्र अमन कुमार, अनिल प्रसाद यादव के पुत्र सोनू कुमार, स्व. रामनाथ सिंह के पुत्र नीतीश कुमार एवं स्व. कृष्णा सिंह के पुत्र टिंकू कुमार शामिल हैं। कोडरमा एसपी अनुदीप सिंह ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर कोडरमा एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में एसआइटी टीम का गठन किया गया था। घटना में शामिल रजौली के पांच लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही लूट में संलिप्त दो वाहनों को जब्त किया गया है।
क्या है घटना क्रम
बीते 15 जून की रात्रि कोलकाता से लौट रहे छपरा के स्वर्ण व्यवसायी दीपक गुप्ता अपने एक साथी के साथ कोडरमा घाटी होते वापस लौट रहे थे। इसी बीच कोडरमा घाटी के बीच उनकी कार खराब हो गयी। गाड़ी की मरम्मत करने के बहाने कुछ अज्ञात लोगों ने मारपीट कर पास में रहे 800 ग्राम सोने को लूट लिया। इस क्रम में अपराधियों में से एक व्यक्ति का मोबाइल स्वर्ण व्यवसायी के हाथ लग गया । अगले दिन कोडरमा पुलिस को लूटकांड की जानकारी मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई की गयी।
घटना में शामिल अपराधी नीतीश कुमार ने बताया कि 15 जून को वे अपने भतीजे विक्रम कुमार तथा भांजे सोनू कुमार उर्फ सौरभ कुमार को कोडरमा रेलवे स्टेशन लेने आया था। वापस अपने घर रजौली जाने के क्रम में कोडरमा घाटी में बच्चों को उल्टी होने लगी। अपनी गाड़ी को घाटी में रोका, जहां उसने देखा कि वहां पर पहले से एक खराब गाड़ी खड़ी थी और उसमें सवार लोग गाड़ी ठीक करने का प्रयास कर रहे थे।
उनकी मदद के लिए नीतीश उनके पास गया। इसी बीच नीतीश के भांजे का मोबाइल वहां पर गिर गया। खोजबीन के क्रम में उसे दीपक गुप्ता की खराब गाड़ी में सोने के बिस्किट होने की जानकारी मिली। यह देख उसके मन में लालच आ गया। उसने इसकी जानकारी अपने सहयोगी मो. कासीम उर्फ गोरे, सोनू कुमार और अमन कुमार को दी और सोना लूटने की साजिश रच डाली। सभी अपराधकर्मी वहां पहुंचे और दीपक गुप्ता के साथ मारपीट की व सोना को लूट कर फरार हो गये।
भईया जी की रिपोर्ट