नवादा : जिले के पकरीबरांवा-वारिसलीगंज पथ पर लघु सिंचाई विभाग द्वारा करायी गयी पैन खुदाई व नाला निर्माण कार्यों की पोल खुल गयी। पहली ही बरसात में पैन ऐसा लबालब हुआ कि नाला पर बने पुल का कहीं अस्तित्व तक पता नहीं चल रहा है। और तो और पैन किनारे घरों में पानी आ जाने से गिरने का खतरा मंडराने लगा है।
बताया जाता है कि लगभग तीन किलोमीटर लम्बी पैन खुदाई की जिम्मेदारी लघु सिंचाई विभाग को सौंपी गयी है। पांच करोड़ रुपये से अधिक की राशि से सफाई के साथ नाला पर पुल बनाया जा रहा है। लेकिन कहीं बोर्ड तक नहीं लगाया गया है जिससे पता चल सके कि कब से कितनी लागत से काम कराया जा रहा है और कब समाप्त किया जाना है।
ऐसी भी बात नहीं है कि स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से नहीं की है। की है लेकिन सुनता कौन है?और तो और जिला प्रशासन को आइना दिखाने वाले पत्रकारों को रंगदारी मांगने के आरोप में झूठे मुकदमे में फंसा हतोत्साहित करने से भी प्रशासन बाज नहीं आ रही है। लेकिन पत्रकार भी किस मिट्टी का है कि आइना दिखाने से बाज नहीं आ रहा है। तस्वीरें झूठ नहीं बोलती। तस्वीर में कोई भी स्पष्ट देख सकता है कि पैन की हालात क्या है? इसके साथ ही स्थानीय लोग इस संबंध में क्या बोलते हैं। अब निर्णय जनता व पाठकों को करना है।
भईया जी की रिपोर्ट