नवादा : शिक्षा विभाग द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तहत चयनित रजौली प्रखंड में विभाग द्वारा बरती जा रही अनियमितता की पोल खुलनी शुरू हो गयी है। हालात यह है कि 13 मई से आरंभ हुई योजना अनियमितता का शिकार होने लगी है। और तो जिसे अनियमितता के मामले में पूर्व में एमडीएम के प्रभार से मुक्त कर दिया गया था पुनः उसी को प्रभार सौंप दिया गया है।
जी हां! यहां हम बात कर रहे हैं रजौली प्रखंड क्षेत्र के जंगलों व पहाड़ों से घिरे उग्रवाद प्रभावित सुअरलेटी प्राथमिक विद्यालय का। पूर्व में अनियमितता बरते जाने की शिकायत पर प्रिती कुमारी को एमडीएम से मुक्त कर रिंकी कुमारी को प्रभार सौंपा गया था। पायलट प्रोजेक्ट के तहत पुनः प्रिती कुमारी को प्रभार सौंप दिया गया। सारा खेल लाभ- शुभ के चक्कर में हुआ।
फिलहाल स्थिति यह है कि शिक्षा समिति सचिव ने प्रिती के साथ संयुक्त खाता संचालन से इंकार कर दिया तो शिक्षिका के पति हरदिया निवासी द्वारा बुरे अंजाम की चेतावनी दी जा रही है। और तो और मरमो गांव के ग्रामीणों ने अपने बच्चों को विद्यालय भेजने से इंकार कर दिया है। वार्ड सदस्य मंसूर आलम का आरोप है कि शुक्रवार को मिलने वाला अंडा गायब है तो मरमो के बच्चों को एमडीएम से बंचित किया जा रहा है। उन्होंने समाहर्ता से उक्त शिक्षिका को एमडीएम से मुक्त कर शेष अन्य शिक्षिका को एमडीएम प्रभारी बनाये जाने की गुहार लगायी है।
भईया जी की रिपोर्ट