नवादा : उग्रवाद प्रभावित मेसकौर प्रखंड क्षेत्र के धोबनी में पत्तल उठाने के विवाद व मारपीट में एक व्यक्ति बुरी तरह घायल हो गया था। इलाज के लिए घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मेसकौर थाना की पुलिस ने सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करा परिवार वालों को सौंप दिया। इस मामले में मृतक की पत्नी जयंती देवी के फर्द बयान पर चार लोगों पर प्राथमिकी हुई है। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मेसकौर में कार्यरत डॉ रोहित कुमार ने बताया कि अस्पताल में एडमिट होते ही मरीज ने दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि उसके ललाट पर गंभीर चोट था, संभवत: अधिक रक्त के बहाव के कारण मृत्यु हुई है।
कहते हैं थानेदार
इस बाबत मेसकौर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार पासवान ने बताया कि पत्तल फेंकने के विवाद में इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हुई है। मृतक की पत्नी के बयान पर मेसकौर थाना में चार लोगों पर प्राथमिकी हुई है। इसमें दो आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है व अन्य दो की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मनोज सिंह के पुत्र अमित सिंह, विजय यादव के पुत्र विकास यादव के रूप में हुई है। दोनों धोबनी के रहने वाले हैं।
पिटाई कर घर के दरवाजे पर छोड़ा
प्रखंड की बिसिआइत पंचायत के धोबनी गांव निवासी संजय यादव के घर देर रात बारात आयी थी। उसी रात धोबनी गांव निवासी 42 वर्षीय सिकंदर मांझी को पत्तल उठाने के लिए संजय यादव अपने घर बुलाया था। वहां पत्तल उठाने को लेकर विवाद हो गया। विवाद के उपरांत चार लोगों ने मिलकर सिकंदर मांझी को पीट-पीटकर बुरी तरह से घायल कर दिया। सिकंदर मांझी को घर के दरवाजे पर लाकर छोड़ दिया। मृतक की पत्नी 40 वर्षीय जयंती देवी ने आरोप लगाया कि गांव के ही चार लोग मिलकर मेरे पति को मार दिया। उन्होंने बताया कि विकास यादव, बूटेलाल यादव, अमित सिंह व पिंटू सिंह ने मिलकर मारा है।
भईया जी की रिपोर्ट