नवादा : नवादा नगर परिषद क्षेत्र के असहाय बुजुर्गों को सहूलियत भरी आवासन राहत उपलब्ध कराने के लिए ओल्ड एज होम का निर्माण किया जाएगा। नगर परिषद ने चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में ओल्ड एज होम के निर्माण के लिए दो करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। नगर परिषद क्षेत्र में ओल्ड एज होम की स्थापना के बाद बुजुर्गों को सुरक्षित और सहायक वातावरण प्रदान किया जा सकेगा।
ओल्ड एज होम विशेषत
उन लोगों के लिए सहायक साबित होगा, जो परिवार के समर्थन से वंचित हैं या जिनके पास रहने के लिए कोई उचित स्थान नहीं है। नगर परिषद द्वारा स्थापित ये वृद्धाश्रम, बुजुर्गों को रहने, खाने, चिकित्सा और मनोरंजन की सुविधाएं प्रदान करेगा। नगर परिषद परिक्षेत्र में ओल्ड एज होम के निर्माण का मुख्य उद्देश्य निराश्रित और उपेक्षित बुजुर्गों को आश्रय प्रदान करना है।
नगर परिषद की मुख्य पार्षद पिंकी कुमारी ने बताया कि ये वृद्धाश्रम उन बुजुर्गों के लिए एक सुरक्षित और सहायक वातावरण प्रदान करेंगा जिनके लिए आवासन की सुविधा का नितांत अभाव है जबकि उनके सामने खाने-पीने की भी परेशानी है। ओेल्ड एज होम की स्थापना के बाद आवासीय सुविधा के तहत उपेक्षित अथवा निर्वासित बुजुर्गों को रहने के लिए आरामदायक और सुरक्षित आवास प्रदान किया जा सकेगा जबकि सभी शहरवासी बुजुर्गों को पौष्टिक और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराया जा सकेगा।
चिकित्सकीय सुविधा भी रहेगी उपलब्ध
ओल्ड एज होम में न सिर्फ आवासन बल्कि खान-पान की सुविधा बुजुर्गों को उपलब्ध रहेगी वरन उन्हें चिकित्सा देखभाल का भी लाभ मिलेगा। बुजुर्गों के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच और चिकित्सा देखभाल की पूरी व्यवस्था की जाएगी। हर हाल में उनके जीवन स्तर और रहन-सहन की बेहतरी के प्रयास किए जाएंगे।
मनोरंजन का भी होगा साधन
ओल्ड एज होम में जहां रहवासी बुजुर्गों को एक-दूसरे का सानिध्य पा कर जीवन जीने की ऊर्जा मिलेगी वहीं उनके मनोरंजन के लिए भी विभिन्न संसाधन उपलब्ध होंगे। मनोरंजन की गतिविधियों और सुविधाओं के तौर पर तमाम तरह के खेलों की सुविधा उपलब्ध रहेगी जबकि यहां पार्क भी उपलब्ध रहेगा, जिसमें टहलने जा सकेंगे बल्कि व्यायाम आदि भी कर सकेंगे। बुजुर्गों के लिए समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन कराया जाएगा। सामाजिक समर्थन पा कर बुजुर्गों का
जीवन होगा बेहतर
नगर परिषद के ओल्ड एज होम की परिकल्पना बुजुर्गों का जीवन आसान और बेहतर बनाने में सहायक होगा। बुजुर्गों के लिए सामाजिक समर्थन प्रदान करने में यह सबसे अधिक मददगार साबित होगा। ओल्ड एज होम के रहवासी बुजुर्गों को अन्य बुजुर्गों के साथ जुड़ने और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलेगा, जो उनके शेष बचे जीवन की सार्थकता के अहसास से उन्हें जीवंत बनाए रखेगा। कुल मिला कर ओल्ड एज होम बुजुर्गों के लिए एक ऐसी महत्वपूर्ण सुविधा होगी, जो उन्हें सुरक्षित, सहायक और सम्मानजनक जीवन जीने में मदद करेगी। यह बुजुर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक समर्थन प्रणाली भी साबित होगा, जो उन्हें परिवार और समुदाय के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान करने का साधन साबित होगा।
सहज होगी प्रवेश की प्रक्रिया
ओल्ड एज होम अर्थात आश्रय स्थल में प्रवेश के लिए बेहद सहज प्रक्रिया होगी। बुजुर्गों को नगर परिषद को आवेदन करना होगा। विभाग द्वारा आवेदकों की जांच की जाएगी और आवश्यकतानुसार वृद्धाश्रम में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। यहां की प्रशासकीय व्यवस्था के क्रम में वृद्धाश्रम के संचालन और देखरेख की जिम्मेदारी नगर परिषद द्वारा या आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा तय की जाएगी। बस अधिकारियों और कर्मचारियों को सुनिश्चित करना होगा कि बुजुर्गों को उचित देखभाल और सुविधाएं मिलती रहें तथा उनके मान-सम्मान का पूरा ख्याल रखा जा सके।
कहती हैं मुख्य पार्षद
नगर परिषद के ओल्ड एज होम की व्यवस्था से बुजुर्गों का जीवन सहज और सक्रियता भरा होगा। असहाय बुजुर्गों के लिए सामाजिक समर्थन से उनके लिए जीवन महत्वपूर्ण हो जाएगा। आवासन और खान-पान और जीवन के तीन स्तरीय सिद्धांत पर अमल कर बुजुर्गों के शेष बचे जीवन को सार्थक बनाने की पहल होगी।
भईया जी की रिपोर्ट