नवादा : रोह प्रखंड नजरडीह पंचायत सचिव व मुखिया द्वारा किए गए फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद मुश्किलें बढ़ गयी है। पंचायत प्रतिनिधियों ने डीएम समेत तमाम अधिकारियों के समक्ष सशरीर उपस्थित होकर हस्ताक्षर फर्जी होने की बातें बतायी है। अब जब पंचायत प्रतिनिधियों ने सशरीर उपस्थित होकर हस्ताक्षर के फ़र्ज़ होने का प्रमाण दे दिया तो कहने सुनने के लिए किसी के पास कुछ रह गया है।
मैं हमेशा से कहता आ रहा हूं बगैर प्रमाण मैं कुछ नहीं कहता। सो दस्तावेज हाथ लगे हैं। पूर्व में भी प्रमाण के साथ दावा किया था गठित स्थायी व निगरानी समिति फर्जी है और फ़र्ज़ हस्ताक्षर कर योजनाओं का चयन किया जा रहा है। आश्चर्य यह कि समिति में नामित व्यक्तियों को पता तक नहीं कि हमें सदस्य बनाया गया है। फिर बैठक में भाग लेने का सवाल ही पैदा नहीं होता। बावजूद समाहर्ता ने शपथपत्र दाखिल कर आपत्ति जताने का आदेश निर्गत किया था।
अब जब आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चिल द्वारा मांगी गयी सूचना से सच्चाई सामने आयी और समाहर्ता के आदेश के आलोक में न सिर्फ समाहर्ता बल्कि उप विकास आयुक्त, जिला पंचायत राज अधिकारी व बीडीओ को शपथ पत्र के साथ सशरीर उपस्थित होकर हस्ताक्षर के फर्जी होने का प्रमाण दिया तो गेंद समाहर्ता के पाले में है। प्रशासन द्वारा की गयी कार्रवाई का इंतजार हर किसी को रहेगा। वैसे पाठकों तक सूचना पहुंचाने की जिम्मेदारी मेरी भी है सो मैं भी आपतक सूचना पहुंचाने में कोताही नहीं करुंगा।
भईया जी की रिपोर्ट