नवादा : उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के भुपतपुर गांव के असामाजिक तत्वों द्वारा जमिंदारी काल के कुंआ का अस्तित्व समाप्त करने से दो समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया है। इस बाबत एक पक्ष के लोगों ने डीएम समेत तमाम अधिकारियों को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है। मो. मोइन खान, मो. मुश्ताक खान, मो. अयुब खान, मो. आफताब खान, मो. हासिम खान, मो. मजीद खान, मो. महमुन रजी खान का आरोप है कि जमिंदारी काल से गांव में पांच कुंआ था जिससे गांव के लोग अपनी प्यास बुझाने के साथ शेष काम किया करते थे।
इनमें से चार कुंआ वर्षों पूर्व न केवल भर दिया गया बल्कि अवैध कब्जा कर घर का निर्माण कर लिया गया। शेष बचे एक कुंआ को भरकर मंदिर बनाये जाने की योजना असामाजिक तत्वों बनायी जा रही है। ऐसा करने से मना करने पर गांव के ही जागेश्वर प्रसाद पिता स्व हरि महतो, मिथुन कुमार व सागर प्रसाद यादव दोनों पिता स्व भोला प्रसाद यादव, प्रिंस कुमार व सिटन राजवंशी दोनों पिता स्व बैजनाथ राजवंशी, पप्पू पासवान पिता कुलदीप पासवान, मदन पासवान पिता अर्जुन पासवान, बबलू यादव पिता श्री प्रसाद यादव, बालमुकुंद यादव पिता हरी यादव बच्चु प्रसाद पिता स्व अमृत महतो समेत कई अन्य लोग मारपीट पर उतारू हो गए।
यह हाल तब है जब सरकार जल संरक्षण के तहत पुराने कुंओं की मरम्मति करा रहा है तो दूसरी ओर असामाजिक तत्वों द्वारा कुंआ का अस्तित्व समाप्त किया जा रहा है। भुपतपुर की आबादी करीब तीन सौ घरों की है जिसमें से मात्र 30 घर अल्पसंख्यकों का है। इनमें अधिकांश पुरुष बाहर रहकर जीवन यापन करते हैं। घर में महिलाएं रहती है जिन पर अप्रीय घटना का खतरा मंडरा रहा है। आवेदकों ने समाहर्ता समेत तमाम अधिकारियों से अविलंब हस्तक्षेप कर गांव में संभावित रक्तचाप पर विराम लगाने की गुहार लगायी है।
भईया जी की रिपोर्ट