नवादा : सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार का लाख दावा कर ले, लेकिन धरातल पर कहीं कुछ नहीं है। इसका पोल तब खुला जब बीईओ ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में विद्यालय से चार शिक्षकों के साथ रसोईया तक नहीं मिला। मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र का है। शिक्षा विभाग द्वारा शत प्रतिशत शिक्षक शिक्षिकाओं की उपस्थिति अनिवार्य को ले मोबाइल पर हाजरी ऐप डाऊनलोड कर शिक्षकों का हाजरी बनवाये जाने के बाद ही उपस्थिति विवरणी ऑन लाइन और ऑफ लाइन दोनो तरफ् से लिये जाने के बाद वेतन भुगतान किये जाने का प्रावधान है। बावजूद कुछ शिक्षक कर्मी ऑन लाइन हाजरी ऐप से नहीं बनाकर भय मुक्त होकर विद्यालय पहुंचने से कतरा रहे हैं। बता दें कि अनुपस्थित रह रहे शिक्षक व शिक्षिका पर कुछ विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक की मिली भगत होना स्वाभाविक है।
ताजा मामला सिरदला प्रखंड के खनपुरा पंचायत प्राथमिक विधालय परतापुर की है। फिलहाल वहां चार शिक्षक व एक शिक्षा सेवक कार्यरत है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राजनरायण प्रसाद सिंह ने बताया कि मंगलवार को क्षेत्र के परतापुर विद्यालय प्रभारी प्रधानाध्यापक चंचला कुमारी अपने बच्चे का तबियत अचानक खराब होने के कारण वे नवादा के एक निजी अस्पताल में इलाज करवाने को लेकर विधालय नही पहुंची थी।
विधालय में अन्य कार्यरत शिक्षिका अंजुम आरा, राकेश कुमार रंजन एव राहुल कुमार पाण्डेय वगैर सूचना के विधालय से गायब पाये गये। विधालय में एक मात्र शिक्षा सेवक संतोष कुमार राजबंशी उपस्थित पाये गये। विधालय में शिक्षक शिक्षिका के अनुपस्थित रहने के कारण विधालय में एक भी रसोइया नही पहुंची। ऐसे में विधालय में सरकार महत्वपूर्ण एम डी एम योजना के लाभ से स्कूली बच्चों को दरकिनार रखा गया। एम डी एम प्रभारी उदय पासवान ने बताया कि विधालय में रसोइया दीदी कर्मी के अभाव में मध्याहन भोजन योजना मंगलवार को बंद मिला।उच्च अधिकारी को जानकारी दिया गया है।
कमोवेश इसी प्रकार की स्थिति प्राथमिक विधालय सोनारी, प्राथमिक विधालय लक्ष्मीबीघा, प्राथमिक विधालय पंचानपुर, प्राथमिक विधालय मोहगांय एवं प्राथमिक विधालय नवाडीह का है। जहां अक्सर एम डी एम योजना तो बंद रहता ही है साथ ही विधालय में कार्यरत शिक्षक व शिक्षिका अपने निजी कार्य को लेकर विधालय से गायब रहते हैं। हालात यह है कि ग्रामीण अब शिक्षा अधिकारी व प्रखंड कार्यालय शिकायत के बावजुद् कार्रवाई नहीं होने से क्षुब्ध होकर शिकायत करना ही बंद कर दिया है।
भईया जी की रिपोर्ट