बाढ : पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर विहिप, बजरंगदल एवं भाजपा के कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय धरना देकर एसडीएम को ज्ञापन दिया। पश्चिम बंगाल में हिन्दूओ पर हो रहे हिंसक हमले के विरोध विहिप, बजरंगदल, आरएसएस एवं भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र प्रसाद एवं विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉ०विद्यानंद की संयुक्त नेतृत्व में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन का आयोजन अनुमंडल मुख्यालय परिसर में किया गया।
इस धरना में उपस्थित जन समूह को सम्बोधित करते हुये विश्व हिंदू परिषद जिला अध्यक्ष डॉ० विद्यानंद ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंदुओं की नृशंस हत्या, उपद्रव, आगजनी, हिंसा, लूटपाट और बड़े पैमाने पर पलायन की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुये कहा है कि विरोध प्रदर्शन तो देश भर में होते हैं,लेकिन हिंसा और हिंदुओं पर हमले व्यापक पैमाने पर बंगाल में ही क्यों होते हैं। विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉ०विद्यानंद ने कहा कि मुर्शिदाबाद की संपूर्ण घटना की राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए से कराये जाने की मांग करते हुये कहा कि मालदा में राहत शिविरों में रहने को मजबूर हिंदू समाज की सहायता के लिये आगे आने वाली संस्थाओं को सेवा से रोकना भी एक अमानवीय कृत्य है।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष डॉ० सियाराम सिंह ने कहा कि हिंदुओं पर जगह-जगह हो रहे जिहादियों के हमलों पर मौन साधे राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यह तो कहती हैं कि ये हमले पूर्व नियोजित थे, जिनमें विदेशी बांग्लादेशियों का हाथ है और यह मामला अंतरराष्ट्रीय है फिर भी वे घटना की जांच एनआईए से कराने की मांग क्यों नहीं करतीं हैं। पीड़ित हिंदुओं को न्याय मिलना चाहिये और हमलावर जिहादियों को कठोर दंड दिया जाना चाहिये और जिनकी संपत्ति लूटी गई है या फिर जलाई गई तथा खंडित की गई है, उसकी अविलंब भरपाई किया जाना चाहिये और राज्य में हिंदुओं को तत्काल सुरक्षा दिया जाना निहायत ही जरूरी है।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेश कुमार राजू ने कहा कि मुर्शिदाबाद से मालदा में निर्वासित जीवन जीने को मजबूर हिंदू समाज की दुखती रग पर मरहम लगाने या उन्हें सांत्वना देने की बात तो दूर रही सरकार द्वारा उन पीड़ित हिंदू बहन,बेटियों,बच्चों और बुजुर्गों एवं अन्य लोगों की सहायतार्थ जो समाज सेवी संगठन आगे आये थे,उनको भी खाना-पानी या अन्य प्रकार की जीवन की जरूरी सुविधा देने का प्रयास कर रहे थे तो उस पर भी शासन का कहर टूट पड़ा और उनको भी सहायता करने से बहां की शासन ने मना कर दिया गया है।
प्रशासन कहते हैं कि राहत सामग्री हमें दो और हम सामग्री बाटेंगे, यह किस तरह का व्यवहार है? यह मानवीय जीवन के मूल्यों से खिलवाड़ है। अगर बहां की शासन को खुद ही बांटना होता तो फिर समाज सेवी संस्थाओं को आगे क्यों आना पड़ता। भाजपा ओवीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष सत्यनारायण प्रसाद ने बताया कि पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बहां की स्थिति नही सम्भल रहा है और बहां दिनदहाड़े हिंदुओ पर हिंसक हमले होना मानवता पर कुठाराघात है। विश्व हिंदू परिषद,बजरंगदल,आरएसएस एवं भाजपा के हम सभी कार्ययकर्ता महामहिम राष्ट्रपति महोदया से मांग करते हैं कि पश्चिम बंगाल में अविलम्ब राष्ट्रपति शासन लागू करें,जिससे कि बहां की जनता को पूर्ण सुरक्षा मिल सके।
इस धरने को बाल शनिधाम के महंथ शिवजी मुनि उदासीन, कुमार विजय, अधिवक्ता प्रमोद कुमार, विश्व हिन्दू परिषद के जिला उपाध्यक्ष संजीव रंजन, विवेक सिंह, जिला मंत्री तरुण चौबे, जिला सह मंत्री चंदन कुमार, रोहित कुमार, बजरंग दल जिला संयोजक कन्हैया कुमार, प्रान्त सह सामाजिक समरसता प्रमुख संदीप कुमार, अवधेश सिंह, नीलेश कुमार, हरिनारायण प्रधान, संजय गिरी सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने संबोंधित किया और अंत में एसडीएम शुभम कुमार को पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने से संबंधि महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन दिया।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट