नवादा : जिले में आवास योजना में लूट का बाजार गर्म है। हर कोई बहती गंगा में हाथ धोते नजर आ रहा है। जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। जी हां! ये हम नहीं आपका दस्तावेज कह रहा है डीएम साहेब। ताज़ा मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र का है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्राम पंचायत मुरहेना में वित्तीय वर्ष 2024- 25 के दौरान आवास आवंटन में आवास सहायक द्वारा फर्जीवाड़ा करते हुए अधिकांश पक्के मकान वाले को लाभ दे दिया गया है।
चयनित व्यक्तियों के बदले भ्रष्टाचार में लिप्त होकर दूसरे व्यक्ति को लाभ दे दिया गया। और तो और जिनका चयन तक नहीं हुआ उन्हें भी आवास का लाभ दिया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्राम पंचायत मुरहेना प्रखंड रजौली में वित्तीय वर्ष 2024- 25 के दौरान जो आवस दिया गया है वह अधिकतर पक्के मकान वाले के साथ दो मंजिला मकान वाले को दिया गया है। जबकि आवास आवंटन करने से पहले जांच की प्रक्रिया होती है तब उनके खाता में राशि का आवंटन किया जाता है। लेकिन भ्रष्टाचार में लिप्त होकर आवास सहायक द्वारा पक्के मकान वाले को लाभ दे दिया गया है।
प्रधानमंत्री आवास का चयन जॉब कार्ड के आधार पर किया जाता है, लेकिन जिनका जॉब कार्ड नंबर है या फिर जिनका जॉब कार्ड नंबर के आधार पर चयन किया गया है वैसे लोगों को लाभ नहीं दिया गया। वैसे लाभार्थियों को लाभ दिया गया है जिनको आवास में पहली किस्त, दूसरी किस्त तो दिया गया है लेकिन जॉब कार्ड नंबर दूसरे व्यक्ति का है जिन्हें लाभ नहीं दिया गया है। सुलभ संकेत हेतु जॉब कार्ड संलग्न है एवं आवास सूची भी संलग्न है जिसे देखने से साफ पता चलता है कितने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के तहत हेरा फेरी का कार्य किया गया है।
ऐसे में अगर जांच हुई तो वैसे लोगों का जिनका चयन नहीं है लाभ दिया गया है एवं पक्के मकान वाले को लाभ दिया गया है आसानी से खुलासा संभव है।सही तरीके से जांच हुई तो भ्रष्टाचार की पोल खुल जाएगी। इसकी शिकायत निबंधित डाक के माध्यम से प्रखंड विकास पदाधिकारी रजौली एवं जिला पदाधिकारी के साथ डीआरडीए, ग्रामीण विकास विभाग बिहार राज्य पटना को किया गया है।
भईया जी की रिपोर्ट