नवादा : पकरीबरावां में कोई थानाध्यक्ष हो विवादों में रहना शगल बन गया है। ऐसे में कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह तो लगता है लोगों का विश्वास पुलिस से समाप्त होता है। फिर सवाल उठता है आखिर न्याय है कहां? ताज़ा मामला एक ही नम्बर के दो वाहनों का है। पकरीबरावां में एक ही नम्बर के दो वाहन होने की पुष्टि हुई। एक पकरीबरावां में तो दूसरा सिकंदरा बाजार में। वाहन स्वामी ने जानकारी मिलते ही सूचना थानाध्यक्ष को दी। लेकिन उल्टे थानाध्यक्ष ने डांट फटकार कर भगा दिया।
विवश होकर वाहन स्वामी ने सूचना 112 डायल टीम को दी। टीम ने जमुई पहुंच सूचना थानाध्यक्ष को दी लेकिन कार्रवाई तो दूर मामले का संज्ञान तक नहीं लिया। ऐसी भी बात नहीं कि यह कोई पहला मामला है। इसके पूर्व भी एक ही नम्बर का एक वाहन पकरीबरावां तो दूसरा उत्तरप्रदेश के वाराणसी में देखें जाने की सूचना वाहन मालिक ने थाने को दी थी। खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था लेकिन थानाध्यक्ष ने चुप्पी साध ली थी।
कहते हैं तस्वीरें झूठ नहीं बोलती सो इसके पक्के प्रमाण मौजूद रहने के बावजूद थानाध्यक्ष द्वारा अनदेखी करना समझ से परे है। सूत्रों का मानना है कि इस प्रकार के वाहनों से अवैध शराब की तस्करी होती है। फिर पुलिस को ऐसे वाहन मालिकों व शराब माफियाओं से साठ-गांठ के कारण कार्रवाई करने से कतराती है। ऐसी बातों में कितना दम है यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन कार्रवाई न कर पुलिस संदेह के घेरे में है।
भईया जी की रिपोर्ट