नवादा : जिले में पदस्थापित राजस्वकर्मियों के काले कारनामे से भूमि विवाद में लगातार वृद्धि हो रही है। जमीन किसी की कर दिया जा रहा किसी और के नाम। ऐसे में सरकार के सारे कायदा कानूनों की धज्जियां उड़ रही है। सारा खेल पैसे के लिए जानबूझकर किया जा रहा है। उक्त खेल में अंचल अधिकारीयों की भूमिका संदेह के घेरे में है। कहते हैं जब पाप का घड़ा भर जाता है तो छप्पर चढ़कर बोलने लगता है। इस प्रकार के कारनामे का भंडाफोड़ करने के लिए ही तो ” भैया जी” मशहूर हैं। सो ताज़ा मामला पकरीबरावां अंचल का है।
मो नसीम उद्दीन पिता इक़बाल मिया केशोचक के रहने वाले हैं। इन्होंने अपनी 54 डीसमिल भूमि सुधार के लिए पकरीबरावां दक्षिणी पंचायत की राजस्व कर्मचारी मृत्युंजय पाठक को एक वर्ष पूर्व कागजात दिया था। कागजात के साथ मांगी गयी रकम का भुगतान भी किया था। लेकिन कागजात में सुधार के बजाय उन्होंने उक्त भूमि को कचना गाँव निवासी अर्जुन ठाकुर, ब्रह्मदेव ठाकुर, प्रेमन ठाकुर के नाम कर दिया। पर 54 डिसमिल जमीन को चढ़ा दिया। नसीम उद्दीन का आरोप है कि पैसा के साथ-साथ सुधार के नाम पर ओरिजनल केवाला तक रख लिया। जी हां! यह कोई कपोल कल्पित बातें नहीं है। इसका पुख्ता प्रमाण भी है। अब आप खुद उनकी ही जुबानी सारी बातें सुनकर निर्णय लें ऐसे लोगों के काली करतूतों को सामने लाना गुनाह है क्या?
भईया जी की रिपोर्ट