नवादा : एक हजार रुपए की लालच में नाबालिग को धंधेबाज ने 77 बोतल शराब ‘खास’ स्थान तक पहुंचने का टास्क थमा दिया। पैसे की लालच में बच्चा तैयार हो गया। शराबबंदी के बाद जिले में विभिन्न रास्तों से शराब की खेप पहुंच रही हैं, ये किसी से छिपी हुई नहीं है। अहले सुबह उत्पाद टीम को गुप्त सूचना मिली कि एक धंधेबाज बस से शराब लेकर आ रहा है। शराब खोज में जुटी पुलिस मुस्तैद हो गई। जिले में आजकल क्राइम से ज्यादा पुलिस वालों को फोकस शराब पर है तो कामयाबी मिलनी ही थी, सो मिल गई।
1000 की लालच में नाबालिग से शराब तस्करी
छापेमारी दल ने एक बालक को 28 लीटर विदेशी शराब के साथ गोंदापुर स्थित बाबा का ढाबा के पास से गिरफ्तार किया। उत्पाद अधीक्षक अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि बरामद शराब में 77 बोतल 375 एमएल का व्हिस्की है, जिस पर फॉर सेल इन झारखंड ओन्ली लिखा हुआ है। ऐसा नहीं की बस से ही शराब खेप पहुंच रही हैं, बल्कि बड़े-बड़े वाहनों से भी बड़े-बड़े धंधेबाज झारखंड सहित अन्य राज्य से पहुंचा रहे हैं, जबकि उत्पाद टीम को शराबबंदी को लेकर काफी सशक्त बनाया गया है।
पुलिस टीम को देखते ही मेन तस्कर हो गया फरार
बालक ने पूछताछ में बताया कि ये शराब उसे एक हजार रुपए का लालच देकर कोडरमा, सतगावां प्रखंड के मरचोई गांव के मोहित सिंह ने दूसरी तरफ पहुंचाने के लिए दिया था। उसे बाबा के ढाबा के पास बस से उतर कर रुकने के लिए कहा गया था। उत्पाद टीम को देखते ही मोहित सिंह जो ई रिक्शा लेकर आ रहा था, बाइक घूमा कर भागने में सफल रहा।
दूसरे राज्यों से बिहार में लगातार शराब की तस्करी
छापामारी दल का नेतृत्व सहायक अवर निरीक्षक निरंजन कुमार और सहयोग, सहायक अवर निरीक्षक मद्य निषेध सविता कुमारी ने किया। छोटे-छोटे धंधेबाज, झारखंड से आने वाली बसों से ही शराब की खेप लेकर बिहार की विभिन्न जिले में पहुंचा रहे हैं। संयोग है कि इसमें से कोई उत्पाद टीम की हत्थे चढ़ जाता है। मगर, ज्यादातर अपने मंसूबे में कामयाब हो जाते हैं।
भईया जी की रिपोर्ट