नवादा : सिविल सर्जन के जिले के स्वास्थ्य केंद्रों की जांच व व्यवस्था में सुधार की पोल डीएम रवि प्रकाश ने खोल दी। उन्होंने न केवल तीन तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों यथा नारदीगंज, हिसुआ एवं खनवां का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में खनवां को छोड़ नारदीगंज और हिसुआ में कई कमियां पाई गई। डीएम ने कमियों को दूर करने का निर्देश दिया। गायब मिले एक डॉक्टर का एक दिन का वेतन कटौती का आदेश दिया। वही नारदीगंज के सीएचसी प्रभारी और बीएचएम का वेतन बंद करने का आदेश दिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारदीगंज के समीक्षा के क्रम में पाया गया कि सर्जिकल वार्ड में रखी गयी कॉटन एवं सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट खुले में था। डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक को निर्देश दिया कि सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट एवं कोई भी दवा खुले में न रखें।
हिट बेव वार्ड का निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि वार्ड में काफी गंदगी थी। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं BHM का वेतन अवरूद्ध करने का निर्देश दिया। उन्होंने बीएचएम को निर्देश दिया कि सभी वार्डाें एवं अस्पताल की साफ-सफाई एवं कार्यालय को सुव्यवस्थित रखें। प्रभारी चिकित्सक को निर्देश दिया कि रोस्टर के अनुसार सभी डॉक्टर की उपस्थिति सुनिश्चित करायें एवं ससमय रोस्टर के अनुसार ही ओपीडी का संचालन करें ताकि दूर-दराज से आये हुए मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। रोस्टर के अनुसार आयुष चिकित्सक मोहम्मद इकबाल आजम अनुपस्थित पाए गए। डीएम ने स्पष्टीकरण देते हुए उनका एक दिन का वेतन की कटौती करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया।
निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि एक्सरे मशीन कार्यरत नहीं था, संबंधित टेक्निशियन से पूछताछ करने पर बताया कि एक्सरे मशीन दो-तीन दिन से खराब पड़ा है। जिसपर डीएम ने बीएचएम से पृच्छा किया कि इसकी सूचना मुख्यालय को कयों नहीं दी गयी। पूछताछ करने पर पाया गया कि एनजीओ की तरफ से कार्यरत एक्सरे टेक्निशियन को एक्सरे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि यहां पर अनुभवी एक्सरे टेक्निशियन को रखा जाय। निरीक्षण के दौरान डीएम ने स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, चिकित्सकीय उपकरणों की उपलब्धता और मरीजों को मिल रही सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान डीएम ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि सुनिश्चित किया जाए कि सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हो।
डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकीय उपकरणों की मरम्मत समय पर की जाए तथा दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता और जनस्वास्थ्य के लिए जागरूकता अभियान चलाने के लिए भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में शीतल पेयजल और आपातकालीन उपचार सुविधाओं का बेहतर प्रबंधन किया जाए। साथ ही, लू और गर्मी से बचाव के उपायों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाए।
डीएम ने प्रखंड कार्यालय, नारदीगंज का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी को प्रखंड परिसर एवं कार्यालय को साफ-सुथरा रखने का निर्देश दिया। अंचलाधिकारी द्वारा नए प्रखंड भवन निर्माण हेतु चयनित स्थल का निरीक्षण जिला पदाधिकारी को कराया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, हिसुआ के निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि एएनसी रजिस्टर में सही तरीके से प्रविष्टि नहीं की गयी थी और उच्च जोखिम वाले गर्भावस्थाओं का रिकॉर्ड नहीं रखा गया था। जिसपर डीएम ने प्रभारी चिकित्सक को स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया। साथ ही सफाई कार्य में लापरवाही बरतने वाली एजेंसी के विरुद्ध रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, खनवां के निरीक्षण के क्रम में साफ-सफाई सही पाया गया। सभी डॉक्टर एवं कर्मी वहां उपस्थित पाये गए। उन्होंने उपस्थिति पंजी, दवा वितरण भंडार, ओपीडी रूम एवं अन्य वार्डों का जायजा लिया एवं उपस्थित प्रभारी एवं स्वास्थ्य कर्मी को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। डीएम ने स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों के लिए बेहतर सुविधा एवं प्रभावी इलाज सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण की बात कही और कहा कि अगर कोई समस्या या कमी पाई जाती है, तो उसे तुरंत हल किया जाएगा। मौके पर गोपनीय शाखा प्रभारी राजीव कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।
भईया जी की रिपोर्ट