नवादा : जिले में पहली अप्रैल से कागज पर गेहूं खरीद कार्य आरंभ हो गया है। वैसे धान क्रय में जितनी दिलचस्पी पैक्स अध्यक्ष दिखाते हैं गेहूं के मामले में चुप्पी साध लेते हैं। बावजूद सरकार ने लक्ष्य निर्धारित किया है। वैसे जिला प्रशासन भी गेहूं खरीद मामले को कभी गंभीरता से नहीं लिया। इस बार क्या गुल खिलाती है यह अभी भविष्य के गर्भ में है। पहली अप्रैल यानी मंगलवार से गेहूं क्रय आरंभ हो गया। सरकारी स्तर पर किसानों से गेहूं की खरीद की सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है।
सहकारिता विभाग द्वारा जिले को गेहूं खरीद का लक्ष्य दे दिया गया है। इस वर्ष 3558 एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 177 समितियों का चयन गेहूं क्रय के लिए कर लिया गया है। अब तक 517 किसानों ने गेहूं विक्रय के लिए अपना निबंधन कराया है। गत वर्ष पूरे गेहूं क्रय के दौरान सिर्फ 387 किसानों ने अपना निबंधन कराया था। इस लिहाज से इस वर्ष किसानों ने थोड़ी रुचि दिखाई है लेकिन खरीदारी को कितनी गति मिल पाती है, यह एक चुनौती बनी हुई है क्योंकि वर्तमान में ही बाजार में गेहूं का भाव सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक हो गया है। पहली अप्रैल से शुरू हो कर आगामी 15 जून तक जिले में गेहूं की खरीद होगी। गेहूं क्रय कर 22 जून तक राज्य खाद्य निगम को हर हाल में आपूर्ति करना निर्धारित किया गया है।
इस बार किसानों के लिए राहत की बात यह है कि गेहूं की खरीदारी 150 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी के साथ की जाएगी। इस प्रकार, इस वर्ष प्रति क्विंटल 2425 रुपये की दर से गेहूं की खरीद की जाएगी। साथ ही किसानों के लिए अच्छी खबर यह है कि इस बार किसानों से गेहूं खरीद की कोई सीमा तय नहीं की गयी है। यानी किसान जितना चाहें, उतना गेहूं बेच सकते हैं। रैयत और गैर रैयत किसानों से खरीदारी की कोई अधिकतम सीमा तय नहीं की गयी है। उल्लेखनीय है कि जिले में इस बार 61 हजार 90.156 हेक्टेयर में गेहूं का आच्छादन हुआ है। विभाग ने समितियों को किया निर्देशित:- जिला सहकारिता विभाग द्वारा पैक्स व व्यापार मंडल को गेहूं खरीद के लिए निर्देशित कर दिया गया है। हालांकि, अभी तक पैक्स व व्यापार मंडलों के लिए खरीदारी से संबंधित लक्ष्य नहीं दिया जा सका है। लेकिन क्रय केंद्रों को किसी भी किसान से गेहूं की खरीद करने की अनुमति दे दी गई है।
सभी समितियों को एक-एक लॉट खरीदारी के लिए कैश क्रेडिट भी कर दिया गया है। इस बार खरीदारी को गति देने तथा लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त कर लेने के उद्देश्य से किसानों के लिए एक और बड़ी सुविधा यह दी गयी है कि गेहूं बेचने वाले किसानों के खाते में उसी दिन राशि हस्तांतरण कर दी जाएगी। यह आदेश भी पैक्स व व्यापार मंडलों को दिया गया है। सारे बदलाव और सहूलियत विगत वर्ष में गेहूं क्रय अभियान फ्लॉप होने के बाद लिए गए हैं ताकि गेहूं क्रय अभियान महज एक औपचारिकता बन कर न रह जाए।
शत-प्रतिशत लक्ष्य पाना इस बार भी होगी चुनौती
रबी विपणन वर्ष 2025-26 में अधिप्राप्ति की घोषित नई व्यवस्था के तहत तमाम तरह की सहूलियतें दिए जाने के बाद भी शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति एक चुनौती साबित होगी। भारतीय खाद्य निगम के क्रय केंद्रों को जिला अंतर्गत किसी भी किसान से गेहूं अधिप्राप्ति करने की अनुमति पूरी क्रय प्रक्रिया को सहज बनाने के उद्देश्य से की गयी है लेकिन यह किसानों के लिए कितना लाभकर साबित होता है, यह देखने वाली बात होगी।
सरकार द्वारा जिले को जो लक्ष्य दिया गया है, उसे शत-प्रतिशत हासिल करने की सख्त हिदायत दी गयी है। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने पहली अप्रैल से लेकर 15 जून तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद करने की अधिसूचना जारी कर दी है और लक्ष्य पाने के अनुकूल सारे दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं।
गेहूं क्रय की बढ़ाई गई कीमत, फिर भी रहेगी बाजार मूल्य से खींचतान
सहकारिता विभाग द्वारा इस साल गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 2275 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2425 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। पिछले साल गेहूं का रेट 2275 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया था। दाम में वृद्धि का लाभ तब ही किसानों को मिल सकेगा, जब बाजार भाव तुलनात्मक रूप से एमएसपी से कुछ कम रहे अन्यथा इस वर्ष भी गेहूं क्रय महज एक खानापूर्ति ही साबित होगी। फसल खरीद की पूरी प्रक्रिया पोर्टल के माध्यम से पूरी की जानी है।
जिले में धान क्रय की तर्ज पर गेहूं क्रय पहली अप्रैल से शुरू हो जाएगा। इसके लिए 177 समितियों का चयन कर लिया गया है। अब तक 486 किसानों ने अपना निबंधन कराया है। जबकि 3558 एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य इस रबी विपणन वर्ष में तय किया गया है। किसान एमएसपी का लाभ उठाएं। खरीदारी और भुगतान की प्रक्रिया काफी सरल कर दी गई है ताकि किसानों को कोई परेशानी न हो।
-संतोष कुमार, जिला सहकारिता पदाधिकारी, नवादा विगत 05 वर्षों का गेहूं का एमएसपी (रुपए/क्विंटल) : रबी विपणन वर्ष दर 2021-22 1900 2022-23 2015 2023-24 2125 2024-25 2275 2025-26 2425
भईया जी की रिपोर्ट